सड़क तक फैलाकर बने मकान, शहर की गलियां हो रही और संकरी
लोगों द्वारा मकान, दुकान निर्माण के दौरान किया जा रहा सड़क पर अतिक्रमण
निगम द्वारा एनओसी देने के बाद इंजीनियरों द्वारा नहीं किया जा रहा मौके का मुआयना
धमतरी। शहर की आबादी बढ़ती जा रही है। वाहनों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में शहर में आवागमन में परेशानी और जाम की समस्या आम बात हो चुकी है। शहर के मुख्य मार्गो में तो यह समस्या सालों से है। लेकिन अब शहर के भीतरी मार्गो पर भी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है इसका मुख्य कारण है सड़क से बाहर तक मकान दुकान का निर्माण होना है। लोग मनमाने ढंग से घरों का निर्माण कर रहे है। उल्लेखनीय है कि निगम द्वारा भवन निर्माण के पूर्व एनओसी प्रदान की जाती है। इसके बाद निगम के अधिकारियों, इंजीनियरों का दायित्व होता है कि वह निर्माण स्थल का समय पर मुआयना करे ताकि निर्माण नियमानुसार हो सकें लेकिन ऐसा होता नहीं है एनओसी प्रदान करने के बाद यह नहीं देखा जाता कि भवन निर्माण अपने भूमि पर ही करना है। शासकीय भूमि या गली सड़कों तक निर्माण नहीं किया जा सकता है। शहर में ऐसे सैकड़ो मकान दुकान बन चुके है जो कि सड़क तक घर दुकानों की सीढिया निकाल चुके है। जिसके चलते मार्ग संकरा हो रहा है। जानकारों के अनुसार यह भी एक प्रकार का शासकीय भूमि पर अतिक्रमण है। हालांकि यह समस्या बड़ी नहीं है, लेकिन छूटपुट अतिक्रमण के कारण शहर की पहले से तंग सड़के और संकरी हो रही है। जिससे आवागमन में बाधा हो रही है। साथ ही लोगों के हौसले छूटपुट अतिक्रमण करने बुलंद हो चुके है।
नीचे के साथ ऊपर भी अतिक्रमण, बाहर तक निकली है खिड़किया, छज्जे
शहर में कई घर ऐसे है जो कि नीचे भूमि पर तो अतिक्रमण किये है साथ ही ऊपर भी अतिक्रमण करने में पीछे नहीं है। नीचे सीढिया दरवाजे बाहर तक निकले हुए है। वहीं ऊपर छज्जे, गैलेरी और खिड़किया बाहर तक निकालकर बनाया गया है। ऐसे में जब कभी शहर के भीतरी सड़को पर ऊंचाई वाले वाहन या मालवाहक पहुंचते है तो वाहन फंस जाते है। या फिर वाहन के कारण घर के कुछ हिस्से टकराकर क्षतिग्रस्त हो जाते है। जिससे विवाद की स्थिति निर्मित होती है।