गुरुभगवंतो की निश्रा में तपस्वियों के सम्मान में श्री पाश्र्वनाथ जिनालय से निकाली गई भव्य वरघोड़ा
रास्ते में की गई तपस्वियों की अनुमोदना, आदिश्वर जिनालय में पहुंचकर हुई सम्पन्न
वरघोड़ा शोभायात्रा में समाज के युवाओं ने दी भजन की प्रस्तुति, बड़ी संख्या में शामिल हुए समाजजन
धमतरी। आज अक्षयनिधि, समावशरण, विजयकषाय एवं मोक्ष तप के तपस्या के तपस्वियों का सम्मान इतवारी बाजार स्थित पाश्र्वनाथ जिनालय में किया गया। जिसके पश्चात परम पूज्य उपाध्याय प्रवर श्री महेंद्र सागर जी म.सा. एवं परम पूज्य मनीष सागर जी म.सा.के शिष्यरत्न परम पूज्य युवासंत विशुद्ध सागर जी म.सा. आदि ठाणा तीन की निश्रा में भव्य वरघोड़ा श्री पाश्र्वनाथ जिनालय से निकाली गई।
वरघोड़ा का जैन समाजजनों द्वारा जगह-जगह पूजन व सम्मान किया गया। रथ पर सवार तपस्वियों की अनुमोदना की गई। भक्ति धुनो के साथ वरघोड़ा निकाली गई। इस दौरान समाज के युवाओं द्वारा मनमोहक, भजन व भक्तिगीतों से की प्रस्तुति भी दी गई। वरघोड़ा में बड़ी संख्या में जैन समाजजन शामिल हुए। वरघोड़ा आदिश्वर जिनालय पहुंचकर सम्पन्न हुुई।
ज्ञात हो कि शनिवार को सभी श्रावक श्राविकाओ द्वारा संवत्सरिक प्रतिक्रमण किया गया। उसके बाद पूरे श्रीसंघ ने 84 लाख योनियों से, यहां विराजित गुरुभगवंतों से समस्त श्रीसंघ से खमतखामना की गई। वहीं कल तपस्वियों के बहुमान का कार्यक्रम धनकेशरी मंगलभवन में आयोजित किया गया। पांच सिद्धि तप के तपस्वी, एक मासखमन एवं 50 से अधिक अ_ाई की तपस्या के तपस्वियों का बहुमान किया गया।
सन्मति गोलछा के 30 उपवास
उल्लेखनीय है कि चातुर्मास व पर्यूषण पर्व के तहत जैन समाजजनों द्वारा तप तपस्याओं का दौर जारी रहा इसी कड़ी में सन्मति पिता पूनमचंद गोलछा द्वारा 30 उपवास पूरा किया गया। इस अवसर पर समाजजनों द्वारा उनकी अनुमोदना व सम्मान किया गया।