जिले के खेल प्रतिभाओं को खल रही है खेल अकादमी की कमी
अकादमी स्थापना से जिले के खिलाडिय़ों को मिलेगी बेहतर ट्रेनिंग व सुविधाएं
देश-दुनिया में कर पायेंगे बेहतर खेल का प्रदर्शन, होगा जिले का नाम रोशन
धमतरी। धमतरी जिले में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बिना विशेष ट्रेनिंग सुविधाओं के बाद भी जिले के कई खिलाड़ी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते रहते है। ऐसे में यदि उन्हें बेहतर कोचिंग सुविधायें और मौके मिले तो वे निश्चित ही और भी बेहतर प्रदर्शन कर अपना व जिले का नाम रोशन कर सकते है। बेहतर खेल प्रदर्शन के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है बेहतर कोचिंग और यह जिले में तभी संभव हो पायेगा जब खेल अकादमी की स्थापना की जाये खेल अकादमी स्थापना के कई लाभ खिलाडिय़ों, ट्रेनी को मिलता है। अकादमी में आधुनिक उपकरण व सुविधायें होती है। बेहतर डाइट प्लान व चार्ट होता है। खेल की बारिकियों को सिखाने उनकी ट्रेनिंग व स्किल बढ़ाने हेतु राज्य व राष्ट्रीय स्तर के कोचिंग स्टाफ होते है। इससे खिलाडिय़ों की प्रतिभा निखरती है। अपनी प्रतिभा को कब और किस प्रकार प्रदर्शन करना है यह सीखने मिलता है। खिलाड़ी जो कि किसी खेल में अच्छा प्रदर्शन करते है या उनकी विशेष रुचि रहती है। उसमें प्रशिक्षकों द्वारा काफी मद्द मिल पाती है। इससे सफलता और प्रदर्शन का स्तर भी बेहतर होता है।
बता दे कि धमतरी जिले में कब्बडी, कुश्ती, एथेलिटेक्स, बैडमिंटन, बॉलीबाल, कराटे, वेटलिफ्टिंग, पावर लिफ्टिंग, तीरदांजी जैसे कई खेलो में कई हुनरमंद खिलाड़ी है. बिना विशेष ट्रेनिंग और सुविधाओं के उक्त खेलो में जिले के कई खिलाड़ी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे है। राज्य व राष्ट्रीय स्तर के कई प्रतियोगिताओ में मेडल जीत चुके है। यदि उन्हें खेल अकादमी की सौगात मिल जाये तो खेल में भविष्य बनाने के साथ काफी आगे बढ़ सकते है। वर्तमान में खेल को शिक्षा के दौरान रुचि के दौर पर खेल कर कुछ मेडल जीतकर संतुष्ट होना पड़ रहा है। इससे खिलाडिय़ों की प्रतिभा दब रही है। साथ ही नये आने वाले खिलाडिय़ो को प्रेरणा भी नही मिल पा रही है। विडम्बना है कि धमतरी को जिला बने 26 साल हो गये है लेकिन आज तक खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने या विस्तारित करने की दिशा में किसी भी नेताओं या राजनीतिक पार्टियों द्वारा रुचि नहीं दिखाई गई है। न ही किसी बड़़े अधिकारी द्वारा इस ओर ध्यान दिया गया। इसी का परिणाम है कि धमतरी जिला अन्य मामलों के साथ ही खेल सुविधाओं के मामले में भी पिछड़ा हुआ है।