इधर-उधर भटकना छोड़ दे सारी समस्याओं का हल है एक लोटा जल -पं. प्रदीप मिश्रा
शिव महापुराण कथा श्रवण करने दूसरे दिन भी उमड़ी लाखो भक्तों की भीड़
मुख्यमंत्री की पत्नी कौशिल्या साय भी पहुंची कांटाकुर्रीडीह, किया कथा श्रवण
धमतरी। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कुकरेल स्थित कांटा कुर्रीडीह में आयोजित शिव महापुराण में उमड़े हजारो लाखो शिवभक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव के पास जितना भी धन दौलत आ जाय यदि घर का माहौल अच्छा नहीं है तो ये सब बेकार है। इसलिए सुखी जीवन के लिए घर का महौल अच्छा होना बेहद जरुरी है। आदमी के घर में सोफा सेट, सोनाचांदी सेट, टीवी सेट सहित अन्य सुविधाओं के सभी सेट घर में मौजूद है। लेकिन आदमी अफसेट है तो उक्त सभी सेट भी कोई काम का नही है। शिव महापुराण की कथा कुबेरेश्वर धाम से चलते-चलते रुद्रेश्वर धाम तक पहुंची है। भक्ति करते करते हमे मुक्ति तक पहुंचना है । इससे बार-बार जन्म-मृत्यु के परपंच से मुक्त हो जाएंगें। इधर-उधर भटकना छोड़ दे सारी समस्याओं का हल है एक लोटा जल। कथा श्रवण करने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्म पत्नी कौशिल्या देवी साय भी विशेष रुप से पहुंची। और महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया।
पं. प्रदीप मिश्रा ने एक लोटा जल का महत्व बताते हुए कहा कि एक लोटा जल को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं होती रहती है। लेकिन वास्तविकता यही है कि भगवान शिव में सच्ची श्रद्धा से चढ़ाये गये एक लोटा जल में सारी समस्याओं का हल है। इसे छत्तीसगढ़ के भक्तों ने सार्थक कर दिया है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण शिवपुराण कथा में उमडऩे वाली भीड़ है। इसलिए भक्तों को चाहिए कि अपने अंदर शिव भक्ति को जागृत करे। कई लोगो के पास धन दौलत आने से वे अंहकार करने लगते है। जो कि उचित नही है। क्योकि अंहकार पतन का कारण है। कामदेव को अंहकार हो गया था। इसके अंहकार को भगवान शिव ने नाश किया। शिव पर भरोसा करने वाले को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
पश्चात उन्होंने राजा सगर, शिव गणेश कार्तिक, राजा विक्रमदित्य सहित अन्य प्रसंग को लेकर कथा श्रवण कराया। बता दे कि शिव महापुराण कथा सुनने रोजाना धमतरी जिले के साथ ही प्रदेश भर के लाखो भक्त पहुंच रहे है। कल दूसरे दिन भी लाखों की भीड़ उमड़ी। तीन बड़े पंडालो के बाहर तेज गर्मी व कड़ी धूप में भी हजारो भक्त घंटो कथा श्रवण करने मौजूद रहे। आयोजित समिति द्वारा भक्तो के लिए भोजन प्रसादी की भी व्यवस्था की गई है। जिसमें रोजाना बड़ी संख्या में भक्त प्रसादी ग्रहण कर रहे है।