गंगरेल बांध में 85, मुरुमसिल्ली, दुधावा बांध में 98 प्रतिशत है जल भराव
बेहतर मानसून से जिले के चारो बाधो में है पर्याप्त पानी
धमतरी। इस साल बेहतर मानसून का असर रहा कि धमतरी जिले के सभी बांध लबालब हुए। कई बार बांधो से पानी छोडऩे की नौबत भी आई। नहर से भी किसानों को लगातार पानी दिया गया। गंगरेल बांध में जल भराव की स्थिति अच्छी है बांध की जल संग्रहण क्षमता 32.150 टीएमसी है। वर्तमान में बांध में 85 प्रतिशत पानी लगभग 28.126 टीएमसी पानी है। बांध में आवक 3770 क्यूसेक प्रतिसेकण्ड है। वहीं बांध से 6548 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार मुरुमसिल्ली बांध की क्षमता 5.839 टीएमसी की है। वर्तमान में 5.718 टीएमसी पानी बांध में है। बांध में 98 प्रतिशत भरा हुआ है। बांध में 376 क्यूसेक पानी की आवक है। और इतना ही पानी डिस्चार्ज हो रहा है। दुधावा बांध की जल संग्रहण क्षमता 10.192 टीएमसी है। यहां 10.032 टीएमसी पानी भरा हुआ है। बांध में 98 प्रतिशत जल भराव है। आवक 1037 क्यूसेक है। जबकि जावक 1870 क्यूसेक पानी है। इसी प्रकार सोंढुर बांध की जल संग्रहण क्षमता 6.995 टीएमसी है। पानी में 6.342 टीएमसी पानी है। बांध में आवक 234 क्यूसेक पानी बना हुआ है और इतना ही पानी डिस्चार्ज हो रहा है।
जिले में हुई 94.6 प्रतिशत औसत वर्षा, बेलरगांव में हुई सर्वाधिक वर्षा
धमतरी जिले में इसी बार उम्मीद के अनुरुप औसत वर्षा हुई है। जिले में पिछले 10 वर्षो से औसत के अनुसार 1094.3 मिमी. वर्षा होती है इस वर्षा 1035.5 मिमी. वर्ष हुई है। इस प्रकार जिले में 94.6 प्रतिशत वर्षा हुई है। इसे सामान्य माना जाता है। यदि तहसीलवार वर्षा के बारे में चर्चा की जाए तो धमतरी तहसील में 1010.5, कुरुद में 911.8, मगरलोड में 787.4, नगरी में 1289.8, भखारा में 822.4, कुकरेल में 1087.8, बेलरगांव तहसील में 1338.5 वर्षा 1 जून से 30 सितम्बर तक दर्ज की गई है। इस प्रकार जिले में सबसे कम वर्षा मगरलोड तहसील में व सबसे अधिक वर्षा बेलरगांव तहसील में हुई है।