निगम का एक और कार्यकाल समाप्ति की ओर, विकास के कई बड़े प्रोजेक्ट को नहीं मिल पाई 5 सालो में मंजूरी
हाईटेक बस स्टैण्ड, गोल बाजार का पुर्ननिर्माण, मल्टी लेवल पार्किंग, गोकुलनगर, ट्रांसपोर्ट नगर सहित कई योनजाएँ फाईलो तक रह गई सीमित
धमतरी। धमतरी नगर निगम का एक और कार्यकाल समाप्ति की ओर है कभी भी चुनाव के चलते कार्यकाल समाप्त हो सकता है। ऐसे में लोगों में चर्चा हो रही है कि इस कार्यकाल में कुछ विकास हुए तो कुछ कार्य फंड के अभाव में शुरु ही नहीं हो पाये। बता दे कि धमतरी नगर निगम द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाले वार्षिक बजट में हर साल अनुमानित आय, व्यय और उसके हिसाब से विकास कार्यो को प्रावधानित राशि के साथ शामिल किया जाता है। और उक्त कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने का उद्देश्य होता है, लेकिन बजट में शामिल अधिकांश कार्य अब तक फाईलों की ही शोभा बढ़ा रहे है। सालों से हाईटेक बस स्टैण्ड के लिए अर्जुनी के आगे जमीन आरक्षित किया गया है, लेकिन फंड के अभाव में हाईटेक बस स्टैण्ड का निर्माण शुरु ही नहीं हो पाया है। जबकि वर्तमान बस स्टैण्ड में अब जगह कम पडऩे लगी है। अव्यवस्था भी हावी रहती है। इसी प्रकार गोलबाजार का पुर्ननिर्माण का प्रस्ताव सालों से निगम निगम बजट में किया जाता रहा है। लेकिन इस दिशा में न तो व्यापारियों से सहमति बनाने का और न ही काम आगे बढ़ाने का प्रयास हो पाया। आज भी जर्जर अव्यवस्थित गोल बाजार में शहर का मुख्य बाजार लगता है। शहर से डेयरियों को बाहर कर सोरम में गोकुलनगर बसाने का प्रयास हुआ लेकिन सफलता नही मिली डेयरी संचालक अपनी कई मांगो पर अड़ रहे। टेंडर निकाला गया लेकिन फिर मामला ठंडे बस्ते में चला गया। और मवेशियों की समस्या जस की तस बनी हुई है। मल्टी लेवल पार्किंग चमेली चौक के पीछे खाई में बनाने का प्रस्ताव सालो से निगम बजट में शामिल होता रहा है। लेकिन धरातल पर यह आ नहीं पाया है। पार्किंग के साथ सहव्यवसायिक परिसर का भी निर्माण होना था लेकिन प्रोजेक्ट फाईलों तक ही अटका हुआ है। ट्रांसपोर्ट नगर तो अब पुरानी बात हो गई है। पहले काफी प्रयास हुए लेकिन अब प्रयास भी बंद हो गया और निगम बजट में ट्रांसपोर्ट नगर का प्रावधान भी नहीं किया जा रहा है। शहर के मुख्य मार्गो के किनारे भारी वाहने अव्यवस्थित ढंग से खड़ी रहती है। जो कि दुर्घटना व यातायात जाम का कारण भी बनती है। ऐसे कई कार्य है जो बीते 5 सालों के कार्यकाल में पूरी नहीं हो पायें।