मोदी की गारंटी एवं विष्णुदेव साय के सुशासन की सरकार एक साल में ही हो गई फेल :- लेखराम साहू
कुरूद के पूर्व विधायक, किसान नेता लेखराम साहू ने कहा कि किसान धान बेचने लिए परेशान है किसान ही नहीं मजदुर व्यापारी महिलाये, युवा भी परेशान है क्योकि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी चाकूबाजी जुआ और नशा खोरी बेलगाम है. प्रदेश में भाजपा सरकार का एक वर्ष का असफल कार्यकाल 13 दिसंबर 2024 को पूर्ण हुआ इस एक वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश में कानून व्यवस्था सहित विभिन्न जनहित के मुद्दों से सरकार को कोई सरोकार नहीं है दूसरी ओर धान खरीदी केन्द्रों में धान की उठाव नहीं होने के कारण धान खरीदी बंद हो चुका है और छत्तीसगढ़ सरकार एक साल की उपलब्धि एवं सुशासन का जश्न माना रहा है जबकि भाजपा सरकार ने चुनाव के समय घोषणा किया था की 3100 रूपए प्रति क्विंटल में धान खरीदेंगे और एक क़िस्त में राशि का भुगतान करेंगे धान बेचने के तुरंत बाद सोसायटी के काउंटर से किसानो को दस हजार रुपया नगद देंगे लेकिन इस सरकार ने किसानो के साथ वादाखिलाफी कर 2300 रुपया प्रति क्विंटल में धान खरीद रहा है केंद्र के मोदी सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 117 रुपया बढाया है इन सबको मिलाकर धान का मूल्य 3100 से बढकर 3217 रुपया किसानो को मिलना चाहिए लेकिन अपने वादे से मुकरकर किसानो को 2300 रूपए ही दिया जा रहा है इस सरकार ने राईस मिल वालो के साथ भी वादा खिलाफी किया है पूर्व के भूपेश बघेल कांग्रेस के सरकार ने राईस मिल वालो का कस्टम मिलिंग 120 रुपया किया था लेकिन भाजपा के सरकार ने 60 रुपया कर दिया और ट्रांस्पोर्टिंग चार्ज भी कम कर दिया है जिस कारण राईस मिल वालो ने हड़ताल किया राईस मिल वालो के सारे मांगो को लेकर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया की राईसमिलरो की मांग पूरा करेंगे लेकिन मांग पूरा नहीं होने के कारण आज भी राईस मिलर हड़ताल में बैठे है इस सरकार ने किसान ही नहीं राईस मिलर के साथ भी वादा खिलाफी और धोखाधड़ी किया है. लेखराम साहू पूर्व विधायक कुरूद ने छत्तीसगढ़ सरकार से मांग किया है की किसानो और राईस मिल वालो के साथ न्याय करते हुए इनके सारी मांगो को पूरा किया जाये ताकि धान खरीदी केंद्र सुचारू रूप से शुरू किया जा सके और किसानो को धान बेचने में कोई परेशानी का सामना करना न पड़े.