गौ विज्ञान परीक्षा में धमतरी जिले के 256 स्कूलों, महाविद्यालयों के 9559 छात्र छात्राएं हुए शामिल
छत्तीसगढ़ गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति जागृति मंडल रायपुर द्वारा आयोजित गौ विज्ञान परीक्षा की प्रथम चरण की परीक्षा 4 जनवरी 2025 को धमतरी जिले में दोपहर 11 से 2 बजे के मध्य सभी स्कूलों महाविद्यालयों के प्राचार्यों ,प्रधानपाठकों के निर्देशन में संपन्न हुई ।धमतरी जिले के परीक्षा प्रमुख विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि धमतरी जिले में 256 स्कूलों एवं महाविद्यालयों में 9559 छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए। चारों ब्लॉक के नोडल अधिकारी केश कुमार साहू धमतरी, राजेश तिवारी नगरी, कुलेश्वर सिन्हा बी आरसीसी एवं रामदयाल साहू कुरूद तथा आत्माराम साहू मगरलोड ने अपने अपने ब्लॉक में परीक्षा के सुव्यवस्थित संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई साथ ही स्कूलों एवं महाविद्यालय पहुंच कर परीक्षा व्यवस्था का जायजा लिया । पूरे प्रदेश में एक साथ आयोजित इस परीक्षा में लगभग एक लाख दस हजार विद्यार्थी शामिल हुए।इस परीक्षा में मिडिल स्कूल के छात्रों के लिए प्रश्नपत्र में 50 प्रश्न , हाई हायर सेकंडरी के लिए 75 प्रश्न एवं महाविद्यालय के छात्रों के लिए 100 प्रश्न पूछा गया था सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ थे। प्रश्न पत्र में समुद्र मंथन में कितने गायों की उत्पत्ति हुई,गाय के दाहिने आंख में किसका वास होता है,गाय शब्द में “गा”शब्द का क्या अर्थ है,गौमूत्र में कितने प्रतिशत जल पाया जाता है,घी में कितने प्रतिशत अम्ल होते है, गाय के दूध में कौन सा तत्व कैंसर से बचाव करता है,गाय के शरीर में किस अंग को “तीर्थराज प्रयाग”के सामान माना गया है, किस ऋषि ने गाय को “यज्ञ की आत्मा” कहा था,भगवान श्रीराम का जन्म किस यज्ञ के द्वारा हुआ था,किस ऋषि ने गाय को”संस्कृति की जननी “कहा था जैसे अनेक प्रश्नों का समावेश किया गया है। प्रथम चरण के परीक्षा परिणाम 10 जनवरी को जारी किए जाएंगे ।विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर पर प्रत्येक श्रेणी में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को 11जनवरी 2025 के बाद जिला स्तर पर आयोजित गौ सेवा संगम के कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। यह परीक्षा विशेष रूप से गौवंश के महत्व, संरक्षण और उनकी देखभाल के विषय में ज्ञानवर्धन के लिए आयोजित की गई है। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरणीय जागरूकता और गौवंश के संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी का भाव उत्पन्न करना है। धमतरी जिले में परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों की संख्या जिले में शिक्षा के प्रति छात्रों की जागरूकता को दर्शाती है। विद्यार्थियों को गौ संरक्षण और पालन पोषण के समस्त विषय में शिक्षा देना आवश्यक है, ताकि वे समाज में इसका महत्व समझ सके और भविष्य में इस दिशा में कार्य कर सके। इस परीक्षा के आयोजन से जिले में गौ संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है साथ ही यह परीक्षा छात्रों को गौ पालन की वैज्ञानिक जानकारी और पर्यावरणीय प्रभावों से अवगत कराएगा। परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को अपने जीवन में गौ संरक्षण एवं संवर्धन की महत्वपूर्ण भूमिका को समझने का अवसर मिलेगा। यह कदम प्रदेश के विकास में भी अहम साबित हो सकता है क्योंकि छात्रों के माध्यम से यह संदेश व्यापक रूप से घर घर तक जाएगा । प्रथम चरण के गौ विज्ञान परीक्षा के सफल संचालन में सभी स्कूलों महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं शिक्षकों के साथ साथ लक्ष्मण राव मगर(सेवानिवृत्त सहायक संचालक) गजेंद्र पटेल,बसंत गजेंद्र,तरुण भांडे , सोमन साहू, पवन साहू का योगदान सराहनीय रहा।