एनएसयूआई ने निकाला संविधान मार्च, हजारों की तादात में उमड़ा छात्रों का हुजूम
भाजपा संविधान को कमजोर करने के षड्यंत्र कर रही है एनएसयूआई और कांग्रेस इस षड्यंत्र का दृढ़ता से विरोध करेगी-राजा देवांगन
धमतरी-संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी और भाजपा सरकार द्वारा देश के संवैधानिक मूल्यों पर लगातार किए जा रहे प्रहारों के खिलाफ कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने विरोध स्वरूप संविधान मार्च निकालकर संविधान की रक्षा का प्रण लिया।धमतरी के मिशन ग्राउंड से राजीव भवन तक चली इस पद यात्रा में एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, प्रदेश प्रभारी आकाश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे, विधायक ओंकार साहू,समेत जिले के कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एनएसयूआई कार्यकर्ता एवं छात्र शामिल हुए।
संविधान मार्च के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता अपने हाथों में बाबा साहब का चित्र हाथों में लेकर चल रहे थे और संविधान बचाओ के नारों से शहर गूंज रहा था।इस दौरान एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव व छत्तीसगढ़ प्रभारी आकाश चौधरी ने कहा कि आज मोदी सरकार द्वारा संविधान की मूल भावना और बुनियादी मूल्यों को ही बदलने की कोशिश हो रही है। यह कुछ संशोधन करने का मामला नहीं है या महज कार्यपालिका द्वारा कुछ निरंकुश अधिकार प्राप्त कर लेने का मामला नहीं है बल्कि यह संविधान की बुनियाद को ही बदलने का मामला है।हमारे संविधान को 75 साल होने जा रहा है और हमारे संविधान की जो मूल भावना है कि यह एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणतंत्र है उसे बदलने की बात ये तानाशाही सरकार कर रही जिसके खिलाफ हम लड़ाई लड़ रहे हैं और देश के संविधान की रक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे है।एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने कहा संविधान देश के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करता है और समानता का अधिकार सुनिश्चित करता है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी समय-समय पर संविधान को कमजोर करने के षड्यंत्र कर रही है, पर एनएसयूआई और कांग्रेस इस षड्यंत्र का दृढ़ता से विरोध करेगी. मोदी सरकार ने एक एक कर सारी संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता खत्म कर उन्हें अपनी जेबी संस्थाओं में तब्दील कर दिया, विपक्षी नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके डराने धमकाने की कोशिश हुई। जो डर गए, उन्हें इनाम देकर पार्टी में शामिल कर लिया गया और जो तैयार नहीं हुए उन्हें तरह तरह से परेशान किया गया, कई को जेलों में डाल दिया गया और लोकतंत्र की निर्मम हत्या कर दी और संविधान पर लगातार प्रहार किया जा रहा है लेकिन देश के संविधान को बचाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एनएसयूआई हर जद्दोजहद करेगी।इस संविधान मार्च में विधायक ओंकार साहू, महापौर, विजय देवांगन, मोहन लालवानी पंकज महावर,मनोज साहू सूर्य प्रभाचेतियार,शास्त्री सोनवानी, आकाश गोलछा ,राजेश साहू, विक्रांत शर्मा, कृष्णा मरकाम, हितेश गंगवीर, ऋषभ यादव,पारसमणी साहू, ओम मानिकपुरी, नोमेश सिंह, अरविंद यादव, चितेन्द्र साहू, तेजप्रताप साहू, तेज प्रकाश साहू, उमेश साहू, फैजल खान, त्रिभुवन मांडवी, चैतन्य साहू, पूरन सोनी, नमन बंजारे, सुदीप सिन्हा, प्रशांत शर्मा, उदय साहू, राकेश नेताम, फैजान खान, चैतन्य साहू, सूर्यकांत पटेल, शेखर दास, निक्कू, विवेक कतलाम, सुनील साहू, कृष्ण लहरे, प्रिंस साहू एनएसयूआई के हजारो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।