युवा पत्रकार की निर्मम हत्या घिनौना कृत्य : रंजना साहू
बीते दिनों बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में हुए युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या एक घिनौना कृत्य है, हमारे देश में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ माना जाता है, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता में बस्तर की आवाज मुकेश चंद्राकर निरंतर शासन प्रशासन को आईना दिखाने का कार्य कर रहे थे। उनकी हत्या पत्रकारिता की आवाज को दबाने का प्रयास है। कांग्रेस पार्टी प्रदेश की कानून व्यवस्था को बिगाड़ कर भाजपा की सुशासन सरकार को बदनाम करने की साजिश रचती आई है इससे पहले भी सूरजपुर और बलौदा बाजार की घटना ने सिद्ध किया था और अब बीजापुर के पत्रकार की निर्मम हत्या, यह कांग्रेस की ओछी राजनीति को दर्शाता है, पत्रकार के द्वारा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैस के नजदीकी ठेकेदार के घोटाले को पर्दाफाश करने पर निर्माणाधीन उसी ठेकेदार के कार्यस्थल पर पत्रकार का शव मिलना निश्चित ही हत्या को अन्देशित करती है। किंतु इस निर्मम हत्या पर भी कांग्रेस ओछी राजनीति करने से चूक नहीं रही है बल्कि छत्तीसगढ़ की सुशासन सरकार पर बेवजह कानून व्यवस्था के नाम पर जुगलबाजी कर रही है। रंजना साहू ने युवा पत्रकार को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना कि है कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर को अपने चरणों में स्थान दें।