2009 मे भाजपा शासन के दौरान प्रताड़ित किसानों ने मुख्यमंत्री से किया भेंट
जेल जाने वाले किसानों को मिलेगा 5 लाख रुपये की सहायता राशि
धमतरी. 9 नवंबर 2009 को शहर के सिहावा चौक पर छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सांकेतिक चक्काजाम किया गया था। इस आंदोलन में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए थे। तत्कालीन भाजपा सरकार के निर्देश पर किसानों पर लॉठियां भांजी गई थीं। जिसमे किसानों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर जेल भेजा था जिस पर किसानो ने न्याय की मांग को लेकर उस समय के तत्कालीन रमन सिंह सरकार से लगातार लड़ाई लड़ी थी. प्रदेश में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार बनने के बाद किसानों को न्याय की उम्मीद जगी और इस मामले में जांच भी शुरू हो गई है. शुक्रवार शाम किसान आंदोलन में भाग लेने वाले किसान नेता जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना के नेतृत्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलनकर किसान आंदोलन की घटना के संबंध में अपनी आपबीती सुनाई जिस पर मुख्यमंत्री के द्वारा जेल जाने वाले सभी किसानों को 5-5 की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की. जिला अध्यक्ष शरद लोहाना ने बताया कि भाजपा की तत्कालीन रमन सरकार ने किसानों को बोनस और समर्थन मूल्य देने की घोषणा की थी। बोनस नहीं मिलने पर किसानों में नाराजगी थी। इसके अलावा किसान अपनी अन्य समस्याओं को लेकर बड़े स्तर पर सिहावा चौक में सांकेतिक चक्काजाम करने पहुंचे थे. इस दौरान भाजपा नेताओं के निर्देश पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक किसानों के साथ मारपीट की गई बिना वजह कांग्रेस समर्थित किसान नेताओं को प्रताड़ित किया गया. यह पूरे प्रदेश के लिए एक काला दिन था जहां कृषि प्रधान राज्य के किसानों को अपने हक की आवाज उठाने पर जेल की यातनाएं सहनी पड़ी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन सभी किसानों की बाते सुनी और 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है. जिसके लिए जिला अध्यक्ष शरद लोहाना ने सभी किसान परिवार एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार माना है. किसान आंदोलन में शामिल वरिष्ठ कांग्रेस नेता भोलाराम देवांगन, दयाराम साहू, हरमिंदर छाबड़ा, प्रहलाद साहू, सीताराम सिन्हा सहित अन्य किसान नेताओं ने उक्त घटना का जिक्र करते हुए बताया कि तत्कालीन भाजपा सरकार के द्वारा कांग्रेस नेताओं को टारगेट करते हुए बर्बरता पूर्वक मारपीट किया गया. कुछ साथियों की स्थिति इतनी गंभीर थी कि उनका जान जाते जाते बचा. उक्त घटना से हम सभी का व्यापार व्यवसाय समाप्त होने के साथ-साथ पूरे परिवार प्रताड़ित रहा 46 दिनों तक जेल में रहने के बाद लगातार न्यायालय के चक्कर काट कर हमने बहुत अधिक मानसिक एवं आर्थिक परेशानियों का सामना किया. प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा हमारी बातों को सुनने एवं आर्थिक सहायता के रूप में राहत प्रदान करने के लिए आभार एवं हमारे जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरद लोहाना का भी बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार जिनके सहयोग एवं नेतृत्व से हम सभी किसान साथी मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बातें रखी. मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के लिए सहयोग पर दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक किसान पुत्र है और वह किसानों की दुख दर्द से भली-भांति वाकिफ है। महापौर विजय देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उस समय प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे और उन्होंने कई बार जेल में किसान नेताओ से मुलाकात कर उनका हौसला अफजाई किया. किसान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महासचिव गौरीशंकर पांडे ने कहा की मुख्यमंत्री जी लगातार किसानों के लिए कार्य कर रहे हैं 2009 की किसान आंदोलन में किसानों के साथ बर्बरता पूरे प्रदेश के लिए काला दिन था. मुख्यमंत्री से भेंट करने वालो में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, कृषि कल्याण समिति सदस्य शशि गौर, अध्यक्ष महिला कांग्रेस ग्रामीण घमेश्वरी साहू, श्याम गौर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरमिदर छाबड़ा, भोलानाथ देवांगन, जिला कांग्रेस कमेटी सचिव दयाराम साहू, लीलाराम साहू, प्रह्लाद साहू, घनाराम साहू, सीताराम सिन्हा, ललिता बाई, गजेंद्र साहू, महावीर साहू, हरपाल ग्रेवाल, फागूराम साहू, जागेश्वर साहू, अशोक चांद, अर्जुन पटेल सहित अन्य उपस्थित रहे।