नकली खाद-बीज के विक्रय पर हो कड़ी कार्यवाही-कलेक्टर
कलेक्टर की अध्यक्षता में समय सीमा की बैठक सम्पन्न
रोका-छेका अभियान के तहत आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने के निर्देश
आवारा पशुओं पर इयर टेगिंग एवं रेडियम बेल्ट लगाने के निर्देश
धमतरी. कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आज समय सीमा की बैठक लेकर विभिन्न विभागों के लंम्बित प्रकरणों की समीक्षा की और निर्देशित किया कि राजस्व सहित जनहित के कार्यों से जुड़े हुए प्रकरणों में शीघ्रता से कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। बैठक में कलेक्टर ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं और दिए गए निर्देशों का भी पालन सुनिश्चित करते हुए की गई कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर श्री रघुवंशी ने खरीफ सीजन के लिए रासायनिक उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए नकली खाद-बीज के विक्रय पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। आज आयोजित समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि निर्धारित मानकों के अनुरूप ही किसानों को खाद-बीज मिले, इसके लिए नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जावे।
निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे निर्माण कार्य जो एक-दो माह में पूरे हो सकते हैं, उन्हें सितम्बर माह तक अनिवार्य रूप से पूरा किया जाये। गोधन न्याय योजनांतर्गत गौठानों में गोबर की खरीदी एवं उससे वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण और उसके विक्रय की समीक्षा भी कलेक्टर द्वारा बैठक में की गई। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती रोक्तिमा यादव, संयुक्त कलेक्टर श्री ऋषिकेश तिवारी, एसडीएम धमतरी डॉ.विभोर अग्रवाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
आवारा पशुओं पर इयर टेगिंग एवं रेडियम बेल्ट लगाने के निर्देश
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आवारा पशुओं के कारण होने वाले दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री रघुवंशी के निर्देश पर पशुधन विकास विभाग, नगर निगम एवं ग्राम पंचायतों के सहयोग से अभियान चलाकर नियमित रूप से कार्यवाही की जा रही है। बैठक में कलेक्टर ने पशुओं के गले एवं सींग में रेडियम बेल्ट एवं रेडियम पट्टी लगाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सड़क पर मवेशियों को खुला छोड़ने वाले पशु पालको पर कार्यवाही करने और अर्थदंड लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। पशुधन विकास विभाग के अधिकारी ने बताया कि रेडियम बेल्ट-रेडियम पट्टी अंधेरे में लाइट पड़ने पर से चमकता है, पशुओं में इसे लगाने से वाहन चालक दूर से जानवारों को देख पाते है और अपने वाहन तथा जानवरों को बचा सकते है। इससे रात में होने वाली दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाती है। पशुधन विकास विभाग की टीम द्वारा पशुओं में टैगिंग का कार्य किया जा रहा है। पशु की पहचान के लिए उनके कान पर एक पीले रंग का टैग लगाया जाता है। टैग पर अंकित नंबर के माध्यम से पशुओं की नस्ल, स्वास्थ्य आदि की जानकारी सॉफ्टवेयर में डाली जाती है, ताकि पशुओं की पहचान और उनसे संबंधित जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके।उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि चारो विकासखंडों एवं राजमार्गाे में सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं को धर पकड़ कर रेडियम बैल्ट, रेडियम पट्टी एवं इयर टेगिंग लगाने एवं व्यवस्थापन का कार्य किया जा रहा है। अब तक कुरूद विकासखंड अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग में 30 मवेशियों पर रेडियम बेल्ट, कुरूद नगरीय क्षेत्र में 39 मवेशियों की टेगिंग और 44 रेडियम बेल्ट लगायी गयी है। वहीं जिले में अब तक 100 मवेशियों में टेगिंग, 113 पशुओं में रेडियम बेल्ड तथा 70 पशुओं को व्यवस्थापित किया गया है।