दीपों की रौशनी और आतिशबाज़ी की चमक से जगमगाया ग्राम तिर्रा, महापौर रामू रोहरा रहे मुख्य अतिथि

धमतरी। ग्राम तिर्रा (डूबान) में प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी दीपावली मातर पर्व का आयोजन बड़े ही उत्साह, उल्लास और पारंपरिक श्रद्धा के साथ किया गया। नगर पालिक निगम धमतरी के महापौर रामू रोहरा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ माता लक्ष्मी जी की पूजा-अर्चना, दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से हुआ। दीपों की सुनहरी आभा से पूरा ग्राम आलोकित हो उठा। महिलाओं ने पारंपरिक गीतों से वातावरण को मंगलमय बनाया, वहीं बच्चों में उत्सव का उत्साह देखते ही बनता था।
महापौर रामू रोहरा ने ग्रामवासियों को दीपावली की बधाई देते हुए कहा दीपावली मातर हमारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति का प्रतीक पर्व है। ग्राम तिर्रा में यह परंपरा जिस आत्मीयता और उत्साह से निभाई जाती है, वह समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देती है।
आतिशबाज़ी कार्यक्रम बना मुख्य आकर्षण
संध्या होते ही आसमान रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाने लगा। भव्य आतिशबाज़ी प्रदर्शन ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। लाल, नीले, हरे और सुनहरे पटाखों की चमक से पूरा आकाश मानो दीपों की चादर ओढ़े खड़ा हो गया।हर एक आतिशबाज़ी के साथ लोगों की तालियाँ और उत्साह भरी आवाज़ें गूंज उठीं।महापौर रोहरा ने कहा कि ग्राम तिर्रा की यह आतिशबाज़ी न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि लोगों को एक मंच पर जोड़ने वाली एक सुंदर परंपरा भी है, जो वर्षों से गाँव की पहचान बन चुकी है।कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम सरपंच श्रीमति सबिता रमेश निषाद ने की।विशिष्ट अतिथि के रूप में जयंत नेताम, बालकृष्ण नेताम, श्रीमती बेदबाई कुमेटी, अफाक खान, कांता प्रसाद निषाद, श्रीमती शोहदा साहू,इमरान खान, गिरधर मंडावी, रामेश्वर जी, उमेश साहू, संजय देवांगन गोपाल साहू सहित समस्त पंचगण ग्राम पंचायत तिर्रा उपस्थित रहे।अंत में, दीपों की पंक्तियों, रंगीन आतिशबाज़ी और खुशियों से सराबोर वातावरण ने पूरे ग्राम तिर्रा को छत्तीसगढ़ की परंपरागत दीपावली का जीवंत प्रतीक बना दिया।