सिहावा रोड पर ओव्हर स्पीड भारी वाहनों से बढ़ा खतरा, हो रहे हादसे
जर्जर, गड्ढ़े युक्त सड़क पर भी वाहनों की तेज रफ्तार पर नहीं लग पा रहा लगाम
शांति कॉलोनी चौक में लगाया गया ट्रैफिक सिग्नल बना शो-पीस, न सिग्नल चालू हुआ न ही तैनात रहते है जवान
धमतरी। शहर से होकर गुजरी अधिकांश सड़के जर्जर अवस्था में है जो कि दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। सिहावा रोड भी इनमें से एक है। उक्त मार्ग पर जर्जर सड़को के साथ ही भारी वाहनो ंके ओव्हर स्पीड हादसों को बढ़ा रहे है।
ज्ञात हो कि सिहावा रोड स्टेट हाईवे है। यह मार्ग नगरी-सिहावा व उड़ीसा को धमतरी से जोड़ता है। उक्त मार्ग पर दिन भर छोटी बड़ी हजारों वाहनों का आवाजाही होता है जिससे ट्रैफिक का दबाव हमेशा बना रहता है। इस मार्ग पर लगभग 8 रिहायसी कालोनी है कई छोटे-बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानेे है। राईस मिले है। इस मार्ग से शहर के कई वार्ड सीधे जुडे हुए है। ऐसे में लोगो का आवागमन इस मार्ग से होते रहते है। लेकिन इस मार्ग में अब चलना खतरों से खेलने के समान हो गया है। लेकिन मजबूरन लोगो को जान हथेली में लेकर सिहावा रोड से आवागमन करना पड़ता है। उक्त मार्ग के निवासियों ने बताया कि सिहावा रोड में 24 घंटे भारी वाहनों का आवागमन होता है। सड़के सालों से जर्जर है। सड़को में जगह-जगह गड्ढे बन चुके है।
हल्की बारिश में भी सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाता है। और यदि बारिश न हो तो मार्ग धूल से सराबोर रहता है। इस जर्जर सड़क में भी भारी वाहनों की रफ्तार कम नहीं होती और काल बनकर सड़क पर दौड़ती है। जिससे आए दिन हादसे होते रहते है। कल ही दोपहर लगभग 12 बजे एफसीआई के पास एक 12वर्षीय स्कूली छात्र स्कूटी पर परिजन के साथ सवार था जो कि एक भारी वाहन के तेज रफ्तार की चपेट में आकर गिरकर चोटिल हो गया। इस हादसे के बाद से लोगो में भारी वाहनों की स्पीड को लेकर प्रशासन के प्रति आक्रोश नजर आया। और लोगो ने स्पीड नियंत्रण की मांग की। लोगो ने बताया कि सिहावा रोड पर शांति कॉलोनी चौक के पास यातायात के दबाव व लगातार सड़क दुर्घटनाओं से राहत दिलाने ट्रैफिक सिग्नल लगाने की मांग रखी था देर सबेर सिग्नल तो लग गया लेकिन यह सिग्नल शो-पीस बन रह गया है। आज तक महीनों बीतने के बाद भी सिग्नल चालू नहीं हो पाया है। और न ही सिग्नल वाले स्थान पर यातायात जवानो की तैनाती हो पाई है। जिससे उक्त मार्ग पर अव्यवस्था व यातायात नियमों का उल्लंघन अनवरत जारी है। लोगो ने मांग करते हुए कहा कि या तो सिग्नल चालू कराकर यातायात व्यवस्था में सुधार किया जाये तो या ही यातायात जवान तैनात किया जाये।
दिन में भी दौड़ रहे प्रतिबंधित रेत वाहने
जिला प्रशासन द्वारा शहर के भीतर रेत वाहनों के प्रवेश का समय निर्धारित किया गया। रात्रि 10 बजे के पूर्व शहर में रेत वाहने प्रतिबंधित है। बाउजूद इसके उक्त नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है। रेत भरी भारी वाहने दिन में ही सिहावा रोड में सरपट दौड़ रही है। ओव्हरलोड ओव्हर स्पीड वाहनों के नियम विरुद्ध सिहावा रोड पर चलने से सड़कों की हालत और भी ज्यादा खराब हो रही है। साथ ही हादसे बढ़ते जा रहे है।