धुनिची नृत्य के साथ हुआ दुर्गा महोत्सव का शुभारंभ
बंगाली समाज में दुर्गा महोत्सव की मची धूम
धमतरी । बंगाली समाज द्वारा दुर्गा उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसके तहत विविध कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। जिसमें समाज के लोग बढ़-चढ़कर भाग लेकर अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। बंगाली समाज द्वारा पिछले 40 सालों से पंचमी के दिन से दुर्गा उत्सव मनाया जाता है। पांच दिवसीय दुर्गा पूजा की शुरुआत नवरात्र के छठवें दिन से शुरू हुई। जिसके तहत शुक्रवार को रात 9:15 बजे शुभ मुहूर्त में मां दुर्गा की स्थापना की गई है। समाज द्वारा मां दुर्गा के अलावा चार अन्य मूर्ति भी स्थापित किया गया हैं। जिसमें माता लक्ष्मी, सरस्वती, कार्तिक और गणेश जी शामिल है। स्थापना के बाद बंगाल के तर्ज पर ही पूजा की गई। मूर्ति के सामने दो क्लास स्थापित किया गया है। समाज के महिलाओं ने बताया कि एक कलश में मां दुर्गा और दूसरा कलश उनके बच्चे का नाम से स्थापित करते हैं। कलश के ऊपर एक-एक नारियल भी रखा गया है। जो कि नारियल कच्चा होता है साथ ही एक केले के पौधा भी गणेश जी के दाएं और स्थापित किया गया हैं।
बंगाली समाज के पदाधिकारी शंकर आचार्य ने बताया कि हर साल नवरात्र में दुर्गा पूजा पर्व मनाते हैं जिसकी तैयारी माह भर पूर्व से शुरू हो जाती है। पर्व मनाने का मुख्य उद्देश्य भगवान के प्रति बच्चों में भगवान के प्रति श्रद्धा और सामाजिक एकता को बनाए रखना है। पहले दिन माता की स्थापना कर भक्ति की शुरुआत करते हैं। दूसरे दिन धुनीची नृत्य करते हैं। अष्टमी को सभी परिवार के लोग साड़ी व मिठाई चढ़ाते हैं। वही दशमी को विवाहित महिलाएं सिंदूरदान कर एक दूसरे पर सिंदूर लगाते हैं। इसके साथ ही समाज द्वारा रोजाना विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी वर्ग बढ़ चढ़कर भाग लेकर माता का प्रति आस्था प्रकट करते हैं।