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जिले में साल दर साल बढ़ रही किसानों के कर्ज की राशि

2019-20 में 146 करोड़ लिया था किसानों ने कर्ज, 2023-24 में कर्ज की राशि हुई 262 करोड़

सरकार द्वारा कर्ज माफी के बाद हर साल बढ़ती ही जा रही है कर्ज की राशि
धमतरी। प्रदेश में 1 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ होगी इसके पूर्व पंजीयन व अन्य प्रक्रियायें पूरी की गई। अब प्रशासन धान खरीदी हेतु तैयार है। धान खरीदी के लिए पंजीयन अनिवार्य है। जिन किसानों ने कर्ज की राशि नहीं चुकाई है। उन्हें डिफाल्टर घोषित कर दिया जाता है। और उनका पंजीयन भी रद्द हो जाता है। ऐसे किसान अपनी उपज शासन को समर्थन मूल्य पर नहीं बेच पाते है। सरकार द्वारा पिछले बार सत्ता में आते ही किसानों का कर्ज माफ किया था। यह भी चुनावी साल है। इसी उम्मीद में कई किसान है। इसलिए साल दर साल किसानों द्वारा कर्ज लिया जा रहा है। हर साल कर्ज की राशि बढ़ती जा रही है। बता दे कि सत्र 2019-20 में किसानों ने 146 करोड़, 2020 में 191 करोड़ और 2022-23 में 225 करोड़ और 2023-24 में 262 करोड़ ऋण लिया है। इनमें से कई किसान हर साल ऋण अदा नहीं करने के कारण डिफाल्टर घोषित कर दिये जाते है। इस साल भी 4005 किसानों ने लगभग 15 करोड़ की कर्ज अदायगी नहीं की है। इसलिए उन्हें डिफाल्डर घोषित कर दिया गया है। ऐसे में उनका पंजीयन स्वेमव ही रद्द हो जाता है। वे इस साल समर्थन मूल्य में अपनी उपज शासन को नहीं बेच पायेगें। ज्ञात हो कि 2018-19 में नई सरकार बनने के बाद 52 हजार 202 किसानों का 160 करोड़ 86 लाख 64 हजार रुपये का कर्ज माफ किया गया था। इस बार भी किसान कर्ज माफी की उम्मीद में है लेकिन यह तो वक्त ही बतायेगा कि कर्ज माफी हो पायेगा या नहीं?
55 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य
बता दे कि सत्र 2023-24 के लिए किसानों से धान खरीदी प्रति एकड़ 15 से 20 क्विंटल धान किया गया है। इससे धान खरीदी का लक्ष्य बढ़ाना आवश्यक हो गया। इसलिए जिले के धान खरीदी के लक्ष्य को लगभग 20 प्रतिशत बढ़ाया गया है। गत वर्ष जिले में लगभग 46 लाख 30 हजार क्विंटल धान खरीदी की गई थी। जिसे बढ़ाकर इस वर्ष 55 लाख क्विंटल किया गया। जिले में 98 उपार्जन केन्द्र बनाये गये है। जहां 1 नवम्बर से सुचारु रुप से धान खरीदी प्रारंभ हो जायेगी।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

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