शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण, मंदिरो के पट हुए बंद
धमतरी । शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण के चलते होने वाले धार्मिक आयोजनो पर रोक लग गई है। बता दे कि सूतक शाम 4 बजे ही लग जाएगा। वहीं मोक्ष रात 2.23 बजे होगा। ग्रहण के चलते इस साल शरद पूर्णिमा का पर्व फीका रहेगा अमृतवर्षा के बाद खीर वितरण भी संशय की स्थिति है। इसके चलते मंदिरों में शरद पूर्णिमा पर कोई कार्यक्रम नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि चंद्रग्रहण का सूतक शाम 4.05 बजे ही लग जाएगा। सूतक लगने से पहले ही मंदिरों के पट बंद कर दिए जाएंगे। ज्ञात हो कि शरद पूर्णिमा पर मंदिरों के साथ कई सामाजिक, धार्मिक संस्थाएं भी शरद पूर्णिमा पर कार्यक्रम का आयोजन करती है। मान्यता के अनुसार शरद पूर्णिमा पर रात में चंद्रमा से अमृत वर्षा होती है। रात में खीर को खुले आसमान के नीचे रखा । जाता है। इसके बाद प्रसाद के रूप में पर इसका वितरण किया जाता है। घरों में इस परंपरा का निर्वहन किया जाता है। इस साल चंद्रग्रहण के चलते इस कि परंपरा के निर्वहन पर प्रश्नचिन्ह लगा भी हुआ है। सूतक लगने के बाद मोक्ष में तक पूजा-अर्चना, भोजन वर्जित माना गया है। यही नहीं मोक्ष के बाद पुराने भोजन को भी ग्रहण करना निषिद्ध है। बताया जा रहा है कि भले ही सूतक शाम को लग जाएगा लेकिन ग्रहण स्पर्श रात 1 बजकर 5 मिनट पर होगा। ग्रहण का समय 1 घंटा 18 मिनट रहेगा। मोक्ष 2 बजकर 23 मिनट में होगा। सूतक से ग्रहण मोक्ष तक देव स्पर्श, पूजन सहित अन्य मांगलिक कार्य निषिद्ध रहेगा।