इंग्लिश मीडियम में आलेख, हिंदी मीडियम में अनमोल प्रथम, मिला 40 ग्राम चांदी का मैडल
धमतरी। सर गौरीशंकर श्रीवास्तव चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बुधवार को शिक्षक एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन हरदिहा साहू समाज भवन में किया गया। संस्था द्वारा 24 अगस्त को म्युनिसिपल स्कूल में प्रतिभाखोज परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा में 35 स्कूलों के 693 छात्र-छात्रा शामिल हुए थे। बुधवार को प्रतिभा खोज परीक्षा के परिणाम आए। इंग्लिश मीडियम ग्रुप में पहला स्थान आलेख कुमार झा, सेंट मेरी स्कूल, द्वितीय लक्ष्य जैन मॉडल इंग्लिश स्कूल, तृतीय सबा जसूजा मॉडल इंग्लिश स्कूल,चतुर्थ रौनक जसूजा मॉडल इंग्लिश स्कूल तथा पांचवा स्थान सिद्धार्थ साहू मॉडल इंग्लिश स्कूल ने प्राप्त किया। हिंदी मीडियम ग्रुप में प्रथम अनमोल लाल नत्थूजी जगताप नगर निगम उमावि, द्वितीय सिद्धार्थ सोनकर सरस्वती शिशु मंदिर धमतरी, तृतीय भारती साहू शासकीय हाई स्कूल कोलियारी, चतुर्थ नामेश्वर कुमार शासकीय हाई स्कूल भोयना तथा पांचवा स्थान डोमेन्द्र कुमार सिन्हा डॉ शोभाराम देवांगन शासकीय उमावि धमतरी ने प्राप्त किया। प्रथम स्थान वाले छात्र को 40 ग्राम चांदी का मैडल, द्वितीय को 30 ग्राम चांदी का मेडल और तृतीय आने वाले को 20 ग्राम चांदी का मैडल व प्रशस्ति पत्र, बुक दिया गया। चौथा, पांचवा स्थान बनाने वालों को ब्रॉन्ज मैडल दिया गया। सभी को मंच से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कवि सुरजीत नवदीप, बलवंत राव पवार, डॉ श्रीदेवी चौबे, डॉ मीना जैन, सरिता दोशी, डॉ सुधीर चटर्जी, एलआर मगर, मदन मोहन खंडेलवाल, लक्ष्मण हिंदुजा, किरण गांधी, लक्खू भाई भानुशाली, विनोद पांडेय, रमेश पंजवानी, राकेश झंवर, अनुराग महावर आदि उपस्थित थे।
जिनके पास जिज्ञासा, वो ऊंची उड़ान भरते हैं : डॉ सिन्हा
सर्व प्रथम मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया। म्युनिसिपल स्कूल के छात्रों ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि न्यूरोलॉजिस्ट डॉ एचपी सिन्हा, विशेष अतिथि एसपी आंजनेय वाष्णेय थे। अन्य अतिथियों के रूप में महापौर विजय देवांगन, पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ सीएस चौबे, प्राथमिक शाला मसानडबरा नगरी के सहायक शिक्षक सरोज कुमार नेताम, ट्रस्टी डॉ हीरा महावर, अशोक पवार उपस्थित थे। डॉ हीरा महावर ने स्वागत उद्बोधन में ट्रस्ट के कार्यों को बताया। मुख्य अतिथि डॉ एचपी सिन्हा ने कहा कि धमतरी से उनका पुराना नाता रहा है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा भले ही बस्तर में हुई, लेकिन हर साल वो धमतरी आते थे। छात्रों से उन्होंने कहा कि हर छात्र में जिज्ञासा होनी चाहिए। जिनके पास जिज्ञासा है, वो ऊंची उड़ान भरते हैं। प्रश्न पूछने से शर्मिंदा नहीं होना चाहिए। शिक्षकों, अभिभावकों को भी अपने बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। शिक्षक की वाणी का प्रभाव माता-पिता से ज्यादा पड़ता है। आपको भी छात्रों को प्रोत्साहित करना चाहिए। पढ़ाई टॉपर बनने या प्रथम, द्वितीय आने के लिए नहीं बल्कि उत्कृष्टता के लिए करनी चाहिए। पढ़ाई पूरी ईमानदारी से करनी चाहिए। एसपी आंजनेय वाष्र्णेय ने कहा कि यह शिक्षा प्रोत्साहन के लिए सबसे उत्तम कार्यक्रम है। ट्रस्ट का सबसे बड़ा कार्य,जो प्रतिभाओं को खोज रहे। उन्होंने कहा कि छात्रों के सपने 3 प्रकार के होने चाहिए। पहला स्वयं के लिए कि नशा से दूर रहूं। दूसरा समाज के लिए कि समाज भी उत्तम समाज हो और तीसरा राष्ट्र के लिए कि किस प्रकार से तन-मन-धन अर्पित कर राष्ट्र का निर्माण करें।
इनका हुआ सम्मान
सर गौरीशंकर श्रीवास्तव चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा हर साल 2 सेवाभावी शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। इनमें एक सेवानिवृत्त और दूसरा रिटायर्ड शिक्षक होते हैं। इस साल पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर चौबे व प्राथमिक शाला मसानडबरा के सहायक शिक्षक सरोज कुमार नेताम को शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। साथ ही प्रतिभाखोज परीक्षा में शामिल होने वाली एक्जेक्ट फाउंडेशन की दिव्यांग वर्षा ध्रुव को भी सम्मानित किया गया। वर्षा के दोनों हाथ नहीं है। पैरों से ही वर्षा ने ओएमआर शीट भरा और प्रश्नों के जवाब लिखी। जीएस श्रीवास्तव चेरिटेबल ट्रस्ट हर साल अभावग्रस्त बच्चों की फीस देता है। इस साल 6 सरकारी स्कूलों का चयन किया गया। सभी बच्चों की राशि चेक के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम में मंच संचालन राकेश झंवर, अनुराग महावर ने किया।