यात्री प्रतिक्षालयों की दशा में नहीं हो पा रहा सुधार
असामाजिक तत्वो, गंदगी, स्वच्छता आदि समस्याएं नहीं हो पा रही दूर
धमतरी । शहर में यात्री प्रतिक्षालयों की दशा में सुधार नहीं हो पा रहा है। नतीजन लोगों का यात्री प्रतिक्षालय से मोह भंग होते जा रहे है। अब यात्री, प्रतिक्षालय में बसों का इंतजार करने से बेहतर बाहर दुकानों के शेड के नीचे या खुले आसमान के नीचे बसों इंतजार करना ज्यादा बेहतर समझते है। ज्ञात हो कि नया बस स्टैण्ड रायपुर रोड पर स्थित है। बस स्टैण्ड से रोजाना सैकड़ों बसों का आवागमन होता है यहां से रायपुर, जगदलपुर, दुर्ग, बोलाद, राजनांदगांव, नगरी सिहावा, मगरलोड, भखारा आदि रुटों पर बसों का संचालन होता है। इन बसों में रोजाना हजारों यात्रियों का आवागमन होता है कई बार यात्रियों को बसों का काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में उन्हें यात्री प्रतिक्षालय की याद आती है। कई बार मौसम के कारण जैसे तेज धूप गर्मी, बारिश आदि के कारण भी यात्रियों द्वारा प्रतीक्षालय में शरण लिया जाता है लेकिन जब वे प्रतिक्षालय में पहुंचते है तो उनकी उम्मीद पर पानी फिर जाता है। प्रतिक्षालय में गंदगी का आलम अक्सर रहता है। इसका कारण यात्री खुद है जो कि खाने पीने के सामानों व अन्य चीजों को कचरादान में डालने के बजाये बिखरा कर चल देते है। वहीं निगम द्वारा भी नियमित स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया जाता है। बता दे कि यहां प्रतिक्षालय में सालों पहले टीवी लगा था। जिससे मौजूद दर्शकों का मनोरंजन होता था। लेकिन अज्ञात चोर द्वारा टीवी की चोरी करने के बाद से आज तक दूसरा टीवी नहीं लग पाया है। कई बार यात्री इस ओर मांग कर चुके है। वहीं कई बार शाम होते ही यात्री प्रतिक्षालय में नशेडिय़ों व असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है। उनकी हरकतों के कारण शाम होने के बाद महिलायें युवतियों प्रतिक्षालय में जाने से परहेज करती है। इसी प्रकार सिहावा चौक के आगे बनाये गये यात्री प्रतिक्षालय का हाल है। ज्यादातर बस व टैक्सियां सिहावा चौक के पास ही रुकती और सवारी भरती है। और यदि इसके बाद कोई यात्री मिल जाये तो आगे यात्री प्रतिक्षालय में वाहने रुकती है। प्रतिक्षालय के पहले ही बसे रुकने के कारण यात्री सीट पाने के लिए प्रतिक्षालय में इंतजार न कर सिहावा चौक के पास ही पहुंच जाते है। इससे प्रतिक्षालय का कोई औचित्य नहीं रह गया है। यहां सुविधाओं के नाम पर सिर्फ पंखा है। और बैठने की स्थान पर हमेशा धूल की परत जमी रहती है।
रत्नाबांधा रोड पर दुर्ग बालोद, राजनांदगांव की बसे रुकती है लेकिन यहां यात्री प्रतिक्षालय सालों पहले जर्जर हो चुका है। अब प्रतिक्षालय के नाम पर यहां कुछ बाकी नहीं रह गया है। यहां यात्रियों को खड़े रहकर बसों का इंतजार करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी बारिश के मौसम में यात्रियों को होती है.