बाजार में भीड़, अस्पतालों में पसरा सन्नाटा
दीपावली पर्व के चलते ओपीडी में हुई मरीजों की संख्या कम
भर्ती मरीज भी छुट्टी लेकर पहुंच रहे पर्व मनाने घर
धमतरी। दीपावली पर्व की शुरुवात हो चुकी है। कल धनतेरस के बाद नरक चतुर्दशी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। पर्व का प्रभाव अस्पतालों में भी नजर आने लगा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या घटती जा रही जहां जिला अस्पताल में रोजाना 500-600 मरीज ओपीडी में पहुंचते थे वहीं कल व आज मरीजों की संख्या कापी कम रही। वहीं अस्पताल में भर्ती मरीज जिनकी सेहत एक दम से गंभीर नहीं है वे भी छुट्टी करवा कर दीपावली पर्व परिवार दोस्तो के साथ मनाने घर पहुंच रहे है। जिला अस्पताल धमतरी में 220 बेड है जहां हमेशा बेड मरीजों के चलते फुल रहता है। वहीं त्यौहार के चलते कई बेड खाली हो चुके है। दरअसल दीपावली त्यौहार को देखते हुए मरीज व उनके परिजन बीमारियों का उपचार या तो पर्व के पहले करा लेते है या पर्व निपटने के बाद अस्पताल पहुंचाना बेहतर समझते है। दीपावली पर्व इस बार 10 से लेकर 15 नवम्बर तक 6 दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान ज्यादातर आपातकालीन मरीज ही अस्पताल पहुंचते है। शेष सामान्य मरीजों की संख्या काफी कम हो जाती है। इन 6 दिनों में भी मरीजों की संख्या घटेगी।
पटाखे जलाने का समय मात्र दो घंटे, होगा पालन?
दीपावली पर्व पर पटाखों का विशेष महत्व है। बिना पटाखे पर्व की कल्पना नहीं की जा सकती लेकिन पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए पटाखों को जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा विशेष गाईड लाईन जारी किया गया है। लेकिन इसके पालन को लेकर उम्मीद कम ही है। बता दे कि कोर्ट द्वारा दीपावली पर्व के दौरान रात्रि 8 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक ही पटाखे जलाने का समय निधार्रित किया गया है। जिसके अनुसार मात्र दो घंटे का समय पटाखा जलाने का दिया गया है। हालांकि ऐसा ही गाईड लाईन गत वर्ष भी दिया गया था लेकिन इसका पालन जिले सहित प्रदेश भर में कंही भी नहीं हुआ था। इस बार भी पालन की उम्मीद नहीं है। क्योंकि अधिकांश लोगों को उक्त गाईड लाईन की जानकारी ही नहीं है। साथ ही पटाखे जलाने पर कार्रवाई भी हो सकती है यह पता ही नहीं है। ऐसे में पुलिस कार्रवाई करती है तो विरोध होने के साथ ही मामले को धर्म से भी जोड़ा जा सकता है। शायद इसलिए पुलिस इस दिशा में शांत ही रहती है।