भीषण गर्मी का असर, पर्यटन स्थलों में छायी वीरानी
पारा 42 डिग्री, गर्मी के चलते छुट्टियों में भी घरों में दुबके लोग
गंगरेल, माडमसिल्ली, सोंढुर, दुधावा, श्रृंगी ऋषि आदि स्थलों पर पर्यटकों का टोटा
धमतरी। भीषण गर्मी का असर सभी क्षेत्रो में पड़ रहा है। लोग चिलचिलाती धूप, गर्म हवाओं के थपेड़ो से बचने घरो में रहना ही पसंद कर रहे है। यही कारण है कि जिले के पर्यटन स्थल जहां हमेशा लोगों की भीड़ उमड़ती है वहां भी वीरानी छाई हुई है।
बता दे कि धमतरी जिले का पं. रविशंकर जलाशय परियोजना जिसे गंगरेल बांध के नाम से जाना जाता है। बांध की ख्याति पूरे प्रदेश में फैली है यहां धमतरी के अलावा प्रदेश भर व देश के कई हिस्सों से भी पर्यटक पहुंचते है। सामान्य दिनों में भी गंगरेल बांध में पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है। लेकिन जब से गर्मी बढ़ी है यहां पर्यटकों का टोटा पड़ गया है। पहले जहां पर्यटकों के लिए दुकाने सजी रहती थी उनमें अधिकांश दुकाने दोपहर मे बंद रहती है। गिनती के लोग ही दोपहर में पहुंचते है।
गंगरेल बांध का वाटर स्पोट्र्स ख्याति प्राप्त है। लेकिन यहां भी सन्नाटा पसरा रहता है। शाम के समय ही पर्यटक पहुंचतेे है। दोपहर में यहां भी वीरानी का आलाम रहता है। इसी प्रकार माडमसिल्ली बांध जहां एशिया का पहला सायफन सिस्टम वाला बांध है खूबसूरत नजारे से भरपूर है। यहां भी पर्यटकों की कमी है। यहां तो गिनती के लोग पहुंचते है। दोपहर में माहौल वीरान हो जाता है। जिले का सोंढुर व कांकेर जिले का दुधावा बांध में भी पर्यटकों की कमी खल रही है। सिहावा का श्रंृगि ऋषि पर्वत महानदी का उद्गम स्थल है। साथ ही श्रृंगि ऋषि सहित सप्त ऋषियों की तपोभूमि है। यहां भी भरी दोपहरी में पर्यटकों व भक्तों का टोटा रहता है।
ज्ञात हो कि विगत कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। हीटवेट के चलते सावधानी बरतने की अपील प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। पारा 42 डिग्री के करीब है। सुबह से हवायें गर्मा हो रही है। दोपहर में तो लू के थपेड़े चलने लगती है इसलिए लोग गर्मी की छुट्टियों के बाद भी घरो से बाहर घूमने नहीं निकल रहे है। घरों में कूलर, पंखो के सहारे है।