मिंचौग के असर से हुई वर्षा, नहीं हो पाई केन्द्रो में धान खरीदी
तूफान के प्रभाव से तापमान में आई गिरावट, किसानों को सता रही फसल के नुकसान की आंशका
धमतरी। चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर पिछले तीन दिनों से धमतरी जिले में देखने को मिल रहा है। सोमवार को तो केवल बादल ही आसमान में छाये हुए थे, लेकिन मंगलवार को सुबह 4 बजे बारिश शुरु हो गई। बेमौसम रिमझिम बारिश का यह लगभग तीन घंटे तक जारी रहा। दोपहर में कुछ घंटे तक बारिश थमी रही, लेकिन देर शाम फिर से बारिश शुरु हो गई। बुधवार को रुक रुककर बारिश का सिलसिला दिन भर जारी रहा। इधर बेमौसम बारिश के चलते खेतों में रखे धान की खरही पानी में भीग गए। खड़ी फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। खराब मौसम और रुक- रुककर हो रहे बारिश का असर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी पर भी पड़ा है। कुछ उपार्जन केन्द्रों में धान की बोरियां भीगने की खबरे सामने आ रही है। आलम ये है कि उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का कार्य बंद करना पड़ गया। जिले में सिर्फ 535 क्विंटल धान की खरीदी बुधवार को हुई है। आमदी सोसायटी में 442 क्विंटल, कातलबोड़ में 45 क्विंटल और बगौद में भी 45 क्विंटल धान की खरीदी हो पाई है। जिले में अब तक 15 लाख 40 हजार 87 क्विंटल धान खरीदा गया है, जिसमें से 10 लाख 24 हजार 370 क्विंटल धान का उठाव मिलरों द्वारा किया गया है। सोसायटियों में शेष 5 लाख क्विंटल धान को तिरपाल से ढककर सुरक्षित रखने के प्रयास में समिति के कर्मचारी जुटे हुए है। बेमौसम बारिश और सर्द हवाएं चलने के कारण तापमान में काफी गिरावट हुई है। तीन दिन पहले तक दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। तापमान में गिरावट आने से पूरे अंचल में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।