आरोग्य समिति की महिलाओ और मितानिनों ने की शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जल्द निर्माण प्रारम्भ करने की मांग, पार्षद राजेश ठाकुर ने नेतृत्व में सौपा एसडीएम को ज्ञापन
46 लाख की लागत से इसे हमर अस्पताल प्रोजेक्ट के तहत अपग्रेड किया जाना है अस्पताल को
लगभग सवा सौ साल पुराने अंग्रेजो के ज़माने का सिविल डिस्पेंसरी जिसे अब शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम से जाना जाता है का जीर्णोधार का काम शुरू हुआ था। 46 लाख की लागत से इसे हमार अस्पताल प्रोजेक्ट के तहत अपग्रेड किया
जाना है। लेकिन लगभग डेढ़ माह से ठेकेदार ने इसका काम रोक दिया। आज आरोग्य समिति की महिलाएं और मितानिनों ने अस्पताल के पास नारेबाजी करते हुए काम जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की।आरोग्य समिति की महिलाओं ने कहा कि यहां पर डिलीवरी की सुविधा अच्छी है। काम रुक जाने से जिला अस्पताल के भीड़ भाड़ में जाना पड़ता है। यहां पर टीकाकरण के साथ-साथ बुजुर्गों को भी सहुलियत मिल जाती है। आसपास के वार्डवासियों को दूर जिला अस्पताल तक जाना नहीं पड़ता है। जीर्णोधार का काम शुरू होने के बाद से ऐसी उम्मीद थी कि अस्पताल में और सुविधाएं बढ़ेगी लेकिन काम रुक गया है। कोई यह बताने को तैयार नहीं था कि क्यों रुक गया।आखिरकार एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें कार्यपालन अभियंता सीजीएमएससी लिमिटेड रायपुर ने सीएमएचओ धमतरी को पत्र लिखा है जिसमें बताया गया है कि उक्त कार्य निज सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्री के निर्देश पर रोका गया है महिलाएं अस्पताल से पोस्ट ऑफिस वार्ड के पार्षद राजेश ठाकुर के साथ एसडीएम कार्यालय पहुंची और वहां तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम विभोर अग्रवाल ने बताया कि महिलाओं ने अस्पताल के काम रुकने पर के संबंध में ज्ञापन सौंपा है। इस सम्बद्ध में आगे जानकारी लेकर कार्यवाही की जाएगी.