पर्यटन स्थलों में बढ़ी पर्यटकों की संख्या
बांधो के लबालब होने, हरियाली और खुशनुमा मौसम का असर
छुट्टियों के दिनो में गंगरेल में लगता है सैलानियों का रेला, सामान्य दिनों में भी बढ़ी संख्या
धमतरी। धमतरी जिला प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। प्रकृति ने जिले को विशेष इनायत बक्शी है। यहां नदी पहाड़, जल, हरियाली, खनिज संपदा के साथ ही पौराणिक मान्यताओं वाले कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। विशेष समय और मौसम के अनुसार इन स्थलों में लोगों की भीड़ भी कम ज्यादा होती रहती है। गर्मी के बाद मानसून कमजोर रहा लेकिन फिर हुई जोरदार बारिश से गंगरेल बांध सहित जिले के सभी बांध लबालब हो गये। जिससे इन पर्यटन स्थलों की खूबसूरती में चार चांद लग गये। नतीजन लोगों का आकर्षण इस ओर बढ़ा और इससे पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ। पिछले महीने भर में गंगरेल बांध में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ी है। यहां लबालब बांध को निहारने और खुले गेट के नजारे को देखने के साथ मां अंगारमोती के दर्शन हेतु बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। अभी भी पर्यटकों और भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। जो कि नवरात्र और दशहरे की छुट्टियों के दौरान और ज्यादा बढ़ेगी। अब सामान्य दिनों में भी अच्छी खासी पर्यटकों की संख्या पहुंच रही है। छुट्टियों व वीकंड में तो भीड़ उमड़ती ही है।
गंगरेल बांध के अतिरिक्त माडमसिल्ली बांध जहां एशिया का पहला सायफन सिस्टम वाले गेट है खुले जो कि काफी चर्चा में रहा। यहां भी बांध लबालब है। खूबसूरत वादियां है जिसे निहारने लोग पहले से ज्यादा आने लगे है। सोंढुर और दुधाव बांध भी पूरी तरह भरा हुआ है। बांध के लबालब होने से बांध का आकर्षण और बढ़ गया है। इसलिए यहां का नजारा भी और भी ज्यादा मनमोहक हो गया है। इसलिए अपेक्षाकृत यहां भी लोगों की संख्या बढ़ी है।
बता दे कि जिले के पर्यटनों स्थलों विशेषकर गंगरेल बांध में सुविधाओं का विस्तार हुआ है। और 5-6 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले जल जगार महोत्सव के संबंध में व्यापक स्तर पर तैयारियां जारी है। जिसके चलते भी गंगरेल बांध राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर चर्चाओं में है। इसलिए भी अब पर्यटकों की संख्या और बढ़ सकती है।