बीसीएस पीजी कॉलेज में साइबर क्राइम जागरूकता पर हुआ शिविर
डीएसपी नेहा पवार एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रभारी नरेंद्र साहू रहे बौद्धिक परिचर्चा में मुख्य अतिथि
धमतरी । बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव स्नाकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रीदेवी चौबे के निर्देशन एवं रासेयो कार्यक्रम अधिकारी निरंजन कुमार व आकांक्षा मरकाम के मार्गदर्शन में लिमतरा में आयोजित शिविर के तीसरे दिन सभी स्वयंसेवक 6 बजे प्रभातफेरी शिविर स्थल से निकाली जो ग्राम पंचायत चौक शीतल पारा, इमली पारा और शारदा कला मंच लिमतरा के गली चौक से होते हुए पुन: वापस शिविर स्थल पहुंची। जिसके दौरान रासेयो के गीत, कविता एवं नारों के माध्यम से ग्रामीणों में ऊर्जा का संचार किया। स्वास्थ्य शिविर में स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा प्रभारी पारुल पांडे एरिया प्रोडक्ट मैनेजर सद्स्य भुवनेश्वर साहू, मुकेश, भारती साहू फार्मासिस्ट, पुष्पांजलि साहू नर्स, मूलचंद साहू लैब टेक्नीशियन, दिगेश्वर साहू ड्राइवर, भुवनेश्वर शाहू नगर निगम आदि उपस्थित रहे। परियोजना कार्य में स्वयंसेवकों ने ग्राम के सभी मैदान की विशेष रूप से सफाई की। बौद्धिक परिचर्चा में मुख्य अतिथि डीएसपी नेहा पवार एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रभारी नरेंद्र साहू रहे। बौद्धिक परिचर्चा के प्रथम सत्र में नरेंद्र साहू द्वारा स्वयंसेवकों मे ऊर्जा का संचार किया जिसमें संविधान के अंतर्गत प्रश्न पूछे गये जिसका जवाब स्वयंसेवकों के द्वारा दिया गया। बौद्धिक परिचर्चा के द्वितीय सत्र में डीएसपी नेहा पवार ने साइबर क्राइम की जागरूकता के लिए आवश्यक निर्देश दिए। आभार व्यक्त प्रो. आकांक्षा मरकाम कार्यक्रम अधिकारी ने किया वह मंच संचालन दल क्रमांक 1 के स्वयंसेवक सागर सोनबर ने किया। शिविर के सफल संचालन में शिविर नायक रुपेश देवांगन शिविर नायिका अपर्णा शर्मा शिविर नायक, उप शिविर नायक कुशल प्रसाद शिविर नायक उप शिविर नायिका टीमेश साहू, मेष प्रभारी संकेत कुमार साहू सदस्य मोनिका साहू सांस्कृतिक प्रभारी अनीता मेश्राम सदस्य खुशी साहू, परियोजना प्रभारी योगेंद्र साहू सदस्य राहुल कुमार, चिकित्सा प्रभारी विवेक साहू सदस्य भेनू सिन्हा, क्रीड़ा प्रभारी लीना गजेंद्र सदस्य हेमचरण साहू, मीडिया पर मीडिया प्रभारी तरुण सोनकर सदस्य रश्मि यदु, एवं स्वयंसेवक विभा, केसर, योगिता, खुशबू, लिखेंद्र, रामानंद, मीरा डिलेप्रकाश योगेंद्र निर्मलकर अक्षय कुमार गोपेश्वर साहू ओम मरकाम सागर का योगदान रहा।