उपलब्धि शून्य, भ्रष्टाचार एवं कमीशनखोरी, निगम बैठकों से भागने के नाम रहा महापौर का कार्यकाल – भाजपा
निष्क्रियता के चलते फेलयर एवं फिसड्डी साबित हुए महापौर, नगर के मतदाताओं ने कांग्रेस के विरोध में मतदान कर निकालीं भड़ास-: नरेंद्र रोहरा
घोटालो एवं विकास विरोधी रही चार साल निगम सत्ता-: विजय मोटवानी
धमतरी। विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद महापौर विजय देवांगन ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल पर वाहवाही लेते हुए विकास के दावे किए हैं जिस पर चुटकी लेते हुए नगर निगम में विपक्ष के भाजपा पार्षदगणों में पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा धनीराम सोनकर, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद्र, श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे अज्जू देशलहरे, मिथिलेश सिन्हा ,ईश्वर सोनकर , प्राची सोनी ,सरिता आसाई ,सुशीला तिवारी ,रश्मि दिवेदी ,नीलू डागा,रितेश नेताम ने कहा है कि यह कार्यकाल धमतरी शहर को विकास के नाम पर शून्य तथा जनहित की दृष्टिकोण से पतन एवं विनाश के गर्त में धकेलने वाला रहा है नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने कहा है कि 4 वर्ष के कार्यकाल में एक भी धमतरी शहर एवं यहां की जनता के हित में प्रमाणित एवं मजबूत कार्य विजय देवांगन महापौर यदि सिद्ध कर देंगे तो वह स्वयं शहर के हृदय स्थल में सार्वजनिक सम्मान समारोह आयोजित करेंगे श्री रोहरा ने आगे कहा है कि निगम में कार्य करने वाला ठेकेदारी कमीशन खोरी से त्रस्त है नित् नए भ्रष्टाचार के आयाम गाढे गए हैं चाहे वह फिनायल एवं हार्पिक घोटाला हो,डीजल घोटाला,एलईडी लाइट घोटाला,कचरा घोटाला हो, सूचक बोर्ड शौचायलयों के सामने लिखने का घोटाला हो,डस्टबिन खरीदी घोटाला हो, शव दाह गृह घोटाला,रावण घोटाला जैसे अनेक कार्य निगम के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारियों की आकर्मणयता ,निष्क्रियता की कहानी स्वयं बयां कर रही है यहां तक की निगम के चुने हुए पार्षदों के द्वारा बात रखने का एक समुचित मंच सामान्य सभा होता है जिसे भी महापौर ने पूरे पार्षदों को वंचित कर जनप्रतिनिधियों का अपमान किया है यहां तक कि वह बजट बैठक से जवाब देने के बजाय अपने ही पार्षदों की नाराजगी के कारण अनुपस्थिति के चलते भाग खड़े हुए। शहर की जनता निगम की कार्यप्रणाली से त्रस्त होकर उन्हें अपनी भड़ास संपन्न विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विरोध में मत देकर निकलना पड़ा। पार्षद विजय मोटवानी ने कहा कि निगम के सत्ताधारी मुखिया सहित आठ लोगों का गिरोह घोटालो के इतने बड़े बाजीगर हैं कि उनके द्वारा किए गए कार्य कि पेरिस बनाने में कई दिन लग जाएगा जिधर जाओ उधर जनता त्रस्त है और यह व्यक्तिगत स्वार्थ में पैसा कमाने के लिए मस्त है। वहीं दूसरी ओर पार्षद श्याम साहू ने महापौर विजय देवांगन से विधानसभा में हुई दुर्गति के लिए नैतिकता के नाते इस्तीफा मांगते हुए कहा है कि महापौर को शहर की जनता ने नकार दिया है।