रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को जैन समाज ने मनाया महोत्सव के रुप में, निकाली शोभायात्रा
रास्ते भर समाजजनो ंने लगाए श्रीराम के जयकारे, मंगलभवन पहुंचकर की महाआरती
धमतरी। अयोध्या में 500 सालों के इंतजार के पश्चात भव्य राम मंदिर के निर्माण व मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को जैन समाज द्वारा महोत्सव के रुप में मनाया गया। इस दौरान समाजजनों ने विशेष तैयारियां कर इस महोत्सव को और भी भव्य बनाया। शाम को जैन समाज द्वारा शोभायात्रा निकाल जय श्री राम के जयकारे लगा आस्था प्रकट की गई। जैन समाज द्वारा भी अयोध्या के रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर इतवारी बाजार स्थित जैन मंदिर से पारंपरिक अंदाज शोभायात्रा निकाली गई। इस बीच समाज के सभी वर्ग जय श्री राम के जयकारे लगा आस्था प्रकट करते नजर आये।
रथ में राम दरबार को सवार कर शहर भ्रमण शोभायात्रा के रुप में कराया गया। शोभायात्रा में बैंड बाजे व भक्ति धूनों से रास्ते भर समाजजन थिरकते रहे। शहर वासियों को जैन समाजजनों ने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की बधाई दी। और उत्सव के रुप में पर्व मनाया। कचहरी चौक, मठमंदिर चौक, घड़ी चौक, गोलबाजार होते हुए धनकेशरी मंगल भवन में संपन्न हुई। मंगल भवन पहुंचने के पश्चत समाजजनो ंने श्रीराम की महाआरती की।
समाज की महिलाएं एवं बच्चियों ने घर के बाहर रंगोली उकेरी, दीप जलाए। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम में जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष विजय गोलछा, पूर्व विधायक इंदरचंद चोपड़ा, पूर्व सभापति राजेन्द्र शर्मा, महेन्द्र पंडित, महेन्द्र खण्डेलवाल, मूलचंद लुनिया, जसराज डागा, जयंती लुकंड़, रमन लोढ़ा, निर्मल बरडिया, राजेन्द्र लुंकड़, धनराज लुनिया, आकाश गोलछा, रानू डागा, निलेश लुनिया, महावीर चोपड़ा, युवा नेता देशांत लोढ़ा नरेश राखेचा, आशीष मिन्नी, भागेश बैद, संकेत बरडिय़ा, सतीश नाहर, प्रवीण जैन, विरेन्द्र गोलछा, धनराज लुनिया, सुभाष लोढ़ा, अशोक राखेचा, संजय लोढ़ा, संकेत पारख, आदर्श सोनी, मदन लाल पारख, विजय बैद, नीरज नाहर, पंकज कांकरिया, दिनेश लोढ़ा, नेमीचंद जैन, शीतल सांखला, गोल्डी बरडिय़ा, कालू लुनिया, प्रवीण साखंलेचा, आशीष लोढ़ा, विनय पारख, पिंटु डागा, प्रकाश पारख, गौतम पारख, हुकुमचंद जैन, दीपक बाफना, नरेश बरडिय़ा, शांति बैद, अनिल दुग्गड़, भूरचंद दुग्गड़, प्रकाश नाहर, निलेश नाहर, खेमचंद गोलछा, विमल पारख, टीकमचंद गोलछा, हर्ष कोचर, प्रशांत कोचर, किरोड़ी दुग्गड़, अमीत लोढ़ा, संतोष कांकरिया, राजु लुनिया, अभय बरडिय़ा, नेहरु पारख, पुन्ना पारख, रजत लुंकड़, मंयक गोलछा, संकेत गोलछा, ज्ञानचंद लुनावत, ललित बरडिय़ा, शिखर राखेचा, विनीत पारख, गौतम चोपड़ा, गुलाब चोपड़ा, संचेत पारख, विवेक पारख, रितेश लोढ़ा, चैनसुख पारख, मुकेश पारख, मोहित दुग्गड़, निशांत बोहरा, प्रदीप गोलछा, नवीन साखला, विरेन्द्र गोलछा, शैलेन्द्र चोपड़ा, आशीष लुकंड़, मनीष बरडिय़ा, आशीष बरडिय़ा, लक्की डागा, उज्वल गोलछा, भागेश बैद, कविन्द्र जैन, सम्पत गोलछा, शेखर बैद, हरख जैन, धर्मेन्द्र लोढ़ा, शिशिर सेठिया, महेश कोटरिया, दिनेश कोटरिया, मनीष नाहर, जंयती गोलछा, धीरेन्द्र नाहर, योगेश गोलछा, राजू राखेचा, संजय लुंकड़, अजय छाजेड़, मनीष पारख, भूरचंद दुग्गड़, मुन्ना पारख सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद थे।