निगम में एल्डरमेन नियुक्ति की शुरु हुई सुगबुगाहट, कई नेता पद पाने कर रहे प्रयास
8 एल्डरमेनो की हो सकती है नियुक्ति, 16 से ज्यादा नामों पर हो रहा विचार
कुछ बड़े नेता जुटे है अपने समर्थको को उपकृत कराने में
स्थानीय नेताओं में बन सकती है टकराव व मतभेद की स्थिति, आलाकमान के हस्तक्षेप की पड़ सकती है आवश्यकता
धमतरी। प्रदेश में गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा की सरकार बनी। सरकार बनने के पश्चात 22 दिसम्बर 2023 को विशेष सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा आदेश जारी कर राज्य के सभी नामांकित पार्षदों (एल्डरमेन) की नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से रद्द किया। जिसके पश्चात चर्चा शुरु हुई कि अब भाजपाईयों को इस पद का आसीन कर उन्हें उपकृत किया जायेगा। हालांकि दो माह बीतने के बाद भी अब तक नगरी निकायो में एल्डरमेनो की नियुक्ति नहीं हो पाई है। लेकिन पिछले कुछ दिनो से धमतरी नगर निगम में एल्डरमेन नियुक्ति को लेकर सुगबुगाहट शुरु हो गई है। भाजपा में भीतर ही भीतर एल्डरमेन के पद को लेकर कई नामों की चर्चा हो रही है। चर्चाओं के बीच गुटबाजी भी दिखने लगी है। जिले में कई वरिष्ठ भाजपा नेता है जो कि अपने अपने समर्थकों को एल्डरमेन बनाकर उन्हें उपकृत करने के प्रयास में है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी निगम में 8 एल्डरमेनो की नियुक्ति हो सकती है, लेकिन इसके 16 से अधिक नामों पर धमतरी से लेकर रायपुर तक विचार हो रहा है। ऐसे में भाजपाईयों में आने वाले समय में टकराव व मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को एकजुट रखने के लिए एल्डरमेन नियुक्त के पूर्व ही आलाकमान को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता पड़ सकती है।
बता दे कि धमतरी नगर निगम अन्तर्गत कुल 40 वार्ड है और निगम में अधिकतम 8 एल्डरमेनो की नियुक्ति की जा सकती है। कांग्रेस कार्यकाल में भी काफी समय बितने के बाद एल्डरमेनों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन अब नगरीय निकाय का कार्यकाल लगभग 10 महीने शेष रह गए है। ऐसे में जल्द नियुक्ति की चर्चा हो रही है। यदि जल्द नियुक्ति नहीं हुई तो आने वाले समय में लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता में कुछ महीने बीत सकते है। इसके पश्चात नगरीय निकाय चुनाव को ज्यादा समय शेष नहीं रहेगा। अब देखना यह होगा कि सरकार निकायो में एल्डरमेन की नियुक्ति कब तक करती है और इनमें किन नेताओं को मौका मिलेगा?