छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर कोटि-कोटि नमन- केंद्र कुमार पेंदरिया
धमतरी. छत्रपति शिवाजी महाराज की 395 वीं जयंती के अवसर पर रत्नाबांधा चौक स्थित शिवाजी महाराज के प्रतिमा पर एमआईसी सदस्य राजेश ठाकुर, राजेश पांडे, केंद्र कुमार पेंदरिया एवं समाज जनो के द्वारा माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस दौरान एमआईसी सदस्य राजेश ठाकुर, राजेश पांडे ने माल्यार्पण पश्चात संबोधित करते हुए कहा की छत्रपति शिवाजी महाराज शिवाजी भोंसले भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे.जिन्होंने 1674 ई.में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी.इसके लिए उन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगज़ेब से संघर्ष किया.सन् 1674 में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और वह छत्रपति बने। छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों कि सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनीतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया,मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। वे भारतीय स्वाधीनता संग्राम में नायक के रूप में स्मरण किए जाने लगे। बाल गंगाधर तिलक ने राष्ट्रीयता की भावना के विकास के लिए शिवाजी जन्मोत्सव की शुरुआत की। इसी के चलते आज पूरे हिंदुस्तान में ना सिर्फ मराठा समाज के लोग बल्कि पूरे भारतवासी छत्रपति शिवाजी की जयंती पर उनके कुर्बानी को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित करते है। इस दौरान तिलक राज सोनकर,निखिल सिन्हा,हिमांशु चौहान, रविकांत भोंसले,आदित्य शिंधे, सन्नी पवार,अनुभव रणसिंह, सानु जगताप,पृथ्वीराज चौहान,रामनारायण महेश्वरी, नरोत्तम यादव, भूपेश साहू मुख्य रूप से उपस्थित थे।