कन्या आदिवासी आश्रम शाला भोथापारा में 17 बच्चों का हुआ विद्यारंभ संस्कार
बसंत पर्व पर विशेष आयोजन, मनाया गया मातृ पितृ पूजन दिवस
धमतरी । माड़मसिल्ली बांध के तट पर बसा भोथापारा के कन्या आदिवासी आश्रम शाला में बसंत पंचमी पर एक कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के माध्यम से पवित्र मंत्रोच्चारण के साथ उनके माता-पिता एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में 17 आदिवासी बालिकाओं का विद्यारंभ संस्कार एवं बच्चों द्वारा उपस्थित माता पिता का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर श्रीमती देवकी नाग प्रधान पाठिका एवं कन्या आदिवासी आश्रम की प्रभारी ने कहा कि बसंत पर्व ज्ञान, विद्या,कला एवं संगीत की देवी मां सरस्वती की विशेष पूजा अर्चना कर ज्ञान का आशीर्वाद प्राप्त करना है। ज्ञान के बिना हमारा जीवन अधूरा है। श्रीमती देवकी नाग ने बताया कि आश्रम शाला में कक्षा 1ली से पांचवीं तक कुल 42 छात्राएं अध्ययनरत हैं, जिसके लिए मात्र दो शिक्षिकाएं हैं। जिसमें भोथा पारा के आलावा माड़मसिल्ली,अमली पारा, गेदरा, कुमढ़ा, बांसपारा के बच्चे पढ़ते हैं। यहां विशेष संस्कार की शिक्षा दिया जाता है। प्रतिदिन प्रार्थना, गायत्री मंत्र का सस्वर पाठ, चारित्रिक एवं नैतिक शिक्षा दिया जाता है। शनिवार को विशेष शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास,योग, खेल, मनोरंजक गतिविधियां कराया जाता है। जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।यह जानकारी गायत्री परिवार के जिला समन्वयक दिलीप नाग द्वारा दिया गया। बसंत पंचमी आयोजन में संकुल प्राचार्य श्रीमती पी.एल. ध्रुव, सरपंच श्रीमती शांति संतोष कुंजाम, जनभागीदारी अध्यक्ष शुद्धु राम ध्रुव, प्रधान पाठिका श्रीमती देवकी नाग, ,सहयोगी शिक्षिका द्रौपदी भालेकर, कुमारी अमीशा यादव, के अलावा चन्दर सिंह नेताम,नील कुमार नेताम आदि उपस्थित थे।