भाजपाई पार्षदों ने मंत्रियों को कराया निगम के भ्रष्टाचार -कमीशनखोरी से अवगत
नेता प्रतिपक्ष की मांग पर विकास कार्यों में गति देने दिये निर्देश
शहर विकास के साथ निगम के जिम्मेदार लोगों की स्वेच्छाचारिता, भर्राशाही, नियमविरुद्ध कार्यों पर अंकुश लगाना है प्राथमिकता-: नरेंद्र रोहरा
धमतरी। नगर निगम के भाजपा पार्षदों का प्रतिनिधि मंडल नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव, सरकार के वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल तथा जिले के कुरूद विधानसभा के विधायक तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर से मिलकर निगम में जिम्मेदार लोगों के द्वारा शहर के विकास कार्यों में बरती जा रही अनियमितता, भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी से अवगत कराते हुए शहर विकास से संबंधित विभिन्न विकास कार्यों एवं योजनाओं को गति देने के संबंध में बात रखी गई। नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने कहा कि शहर में भाजपा शासन काल के स्वीकृत कार्यों तथा केंद्र प्रवृत्ति योजनाओं को गति देने में नगर निगम की चाल बहुत धीमी है जिसमें ऑडिटोरियम, अमृत मिशन,बालक चौक शॉपिंग कंपलेक्स, जैसे जनहितकारी तथा विकासपरक कार्यों की बात रखी जिस पर नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव द्वारा तुरंत निर्देश देते हुए कहा कि अतिशीघ्र लंबित कार्यों को पूर्ण किया जाए जिसका असर हुआ कि निगम के आयुक्त विनय पोयाम अपने मातहत अधिकारियों कर्मचारियों के साथ कार्यस्थलों पर पहुंच कर ठेकेदारों को ताकिद देते हुए कहा कि यदि कार्यों में गति नहीं लाया गया तो ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। श्री रोहरा ने इस संबंध में बताया कि नगर निगम की जिम्मेदार लोगों के द्वारा बीते 4 वर्ष में जिस तरीके से जनहित के कार्यों में लापरवाही, अनियमितता, भार्राशाही की गई है उस पर अंकुश लगाकर विकास कार्यों को गति देना हमारी पहली प्राथमिकता है जिसके लिए हम प्रतिबद्धता के साथ समर्पित भाव से कार्य करते रहेंगे, वहीं वहीं दूसरी और पार्षद श्यामा साहू ने कहा कि भाजपाई पार्षदों के साथ नगर निगम ने जनहित के कार्यों को स्वीकृति देने में 4 साल सौतेला व्यवहार किया है इसलिए सरकार के नगरी प्रशासन विभाग द्वारा 19 पार्षदों के वार्ड में अलग से पैकेज स्वीकृत किया जाए। पार्षदों की ओर से प्रतिनिधि मंडल में विजय मोटवानी,दीपक गजेन्द्र,प्राची सोनी शामिल रही।
आँनलाईन सिस्टम का होगा सरलीकरण
नगर निगम के विपक्ष के पार्षद गणों की ओर से विभागीय मंत्री को लिखित में आवेदन देकर मांग किया गया कि निगम से संबंधित जितने भी कार्य संपादन ऑनलाइन पद्धति से होता है उसका सरलीकरण किया जाए । उक्त मांग रखने वाले पार्षदगणों में राजेंद्र शर्मा धनीराम सोनकर विजय मोटवानी बिशन निषाद दीपक गजेंद्र श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे अज्जू देशलहरे मिथिलेश सिन्हा ईश्वर सोनकर प्राची सोनी सरिता आसाई श्यामा साहू सुशीला तिवारी रश्मि दिवेदी नीलू डागा रितेश नेताम शामिल रहे।