सालों से ट्रांसपोर्ट नगर फाईलों तक सीमित, शहर के भीतर मुख्य मार्गो पर खड़ी रहती है भारी वाहने
कई बार खड़ी वाहनों के कारण हो चुकी है दुर्घटनाएं, हर बजट में शामिल लेकिन नहीं मिली स्वीकृति
5 से 15.34 करोड़ हुआ ट्रांसपोर्ट नगर का बजट, चिटौद में जगह है चिन्हांकित लेकिन नहीं मिली स्वीकृति
धमतरी 2 मार्च (हाईवे चैनल)। शहरवासियों द्वारा सालों ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की मांग हो रही है। इसे कई सालों से निगम बजट में शामिल भी किया जा रहा है लेकिन स्वीकृति के इंतजार में अब तक ट्रांसपोर्ट नगर अस्तित्व में ही नहीं आ पाया है।
बता दे कि शहर से होकर गुजरे मुख्य मार्गो पर शहर का मुख्य बाजार दोनो किनारों पर बसा हुआ है। इन्ही मार्गो के किनारो पर कई भारी वाहने खड़ी रहती है। कुछ वाहनों के लिए यह मार्ग ही पार्किंग स्थल बन चुका है। उक्त सड़क पर खड़े वाहनों के कारण यातायात बाधित होता है। जाम की स्थिति भी बनती है। साथ ही सड़क दुर्घटना की आंशका भी बनी रहती है। पूर्व कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। जिनमें कई लोगों की जान जा चुकी है। बाउजूद इसके इन भारी वाहनों के लिए ट्रांसपोर्ट नगर अब तक बन नहीं पाया है। ट्रांसपोर्ट नगर की मांग को लगभग 10 सालों से ज्यादा हो गया लेकिन मांग पूरी ही नहीं हो पाई। इस दौरान राज्य और निगम की सत्ता भी बदली लेकिन स्वीकृति नहीं मिल पाई।
ज्ञात हो कि सत्र 2017-18 के अनुमानित नगर निगम बजट में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया गया था। सत्र 2018-19 में निगम के अनुमानित बजट मे 12 करोड़ का प्रावधान हुआ। फिर 2021-22 के बजट में 15.34 करोड़ की राशि का प्रावधान हुआ। साल दर साल निगम बजट में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए बजट का प्रावधान किया गया। राशि बढ़ती रही लेकिन प्रोजेक्ट फाईलों से बाहर न आ सका। पूर्व में इस दिशा में काफी प्रयास हुआ चिटौद के पास भूमि का चिन्हांकन किया गया लेकिन बात नहीं बनी। इस साल भी निगम बजट पेश होने वाला है। संभवत: कार्य को बजट में शामिल किया जा सकता है।
लगी रहती है कतारे, बन चुका है हाईवे अघोषित पार्किंग
शहर से गुजरे मुख्य मार्ग अघोषित पार्किंग बन चुका है। भारी वाहने कतार बद्ध होकर $खड़ी रहती है। सिहावा रोड पर तो शहर के भीतर ही दर्जनों ट्रके दोनो ओर कतारबद्ध खड़ी रहती है। जिससे दुर्घटना की आंशका बढ़ जाती है। इसी प्रकार रायपुर और बस्तर रोड में भी भारी वाहने खड़ी रहती है। क्रेन रायपुर रोड पावर हाउस के पास अघोषित पार्किंग बना चुके है। यदि ट्रांसपोर्ट नगर बन जाये तो सभी भारी वाहने शहर के बाहर खड़ी होंगे। यातायात सुगम और सुरक्षित होगा। विडम्बना है कि जब तक ट्रांसपोर्ट नगर नहीं बन जाता अवैध पार्क इन भारी वाहनों पर यातायात पुलिस भी कार्रवाई नहीं करती।
” ट्रांसपोर्ट नगर बसाने लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस बार भी इस कार्य को बजट में शामिल कर स्वीकृत कराने प्रयास किया जायेगा। ÓÓ
विजय देवांगन
महापौर, नगर निगम धमतरी।
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