देर रात तक खुली न रखे दुकाने, अन्यथा की जाएगी कार्रवाई – डीएसपी नेहा पवार
डीएसपी ने व्यापारियों से की कानून व्यवस्था व शांति बनाए रखने में सहयोग की अपील
अपराधों के रोकथाम व निराकरण में सक्रिय है डीएसपी पवार
जिले में बन चुकी है तेज तर्रार पुलिस अधिकारी छवि
धमतरी। शहर में पुलिसिंग को बेहतर बनाने पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। इसी $कड़ी में एसपी आंजनेय वाष्र्णेय के निर्देश पर डीएसपी नेहा पवार द्वारा लगातार पेट्रोलिंग कर कानून व्यवस्था के सुधार में जुटी हुई है। रात्रि में निर्धारित समय के भीतर दुकाने बंद करने की अपील जिला पुलिस द्वारा लगातार व्यापारियों से की जा रही है। बाउजूद इसके कुछ दुकानदारों द्वारा पुलिस की अपील पर ध्यान न देते हुए देर रात दुकाने खुला रखते है। जिससे कानून व्यवस्था बिगडऩे की आंशका बनी रहती है। ऐसे में डीएसपी नेहा पवार द्वारा स्वयं इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए पेट्रोलिंग करते हुए शहर में देर रात तक खुली दुकानों को बंद कराते है। उन्होने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि अपराधों की रोकथाम निराकरण व कानून व्यवस्था बेहतर बनाए रखने में व्यापारी व जनता पुलिस का सहयोग करे। सबसे के सहयोग से कानूून व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होने कहा कि वैसे तो शहर के अधिकांश दुकाने समय पर बंद जाती है लेकिन कुछ दुकाने देर रात तक खुली रहने से वहां लोगो ंको जमघट लगता है। इस दौरान विवाद व अपराध की स्थिति निर्मित हो सकती है। इसलिए नियमो का पालन करते हुए दुकाने समय पर बंद होनी चाहिए। इस संबंध में पूर्व में भी दुकानदारों को समझाईश दी जा चुकी है। ऐसे दुकानदार जो पुलिस के समझाईश के बाद भी नियमों का पालन नहीं करेंगे उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में लोकसभा चुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। इस दौरान असामाजिक तत्वों, गुंडे बदमाशों पर कार्रवाई के साथ ही किसी भी प्रकार के ऐसे कार्य जिनसे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है, शांति भंग हो सकती है इस पर रोक लगाना है। इसी कड़ी में दुकानों को समय सीमा के भीतर बंद कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि डीएसपी नेहा पवार जब से जिले में पदस्थ हुई है। तेज तर्रार अधिकारी के रुप में अपनी पहचान बना चुकी है। किसी भी गंभीर अपराध की स्थिति में स्वयं मौके पर पहुंचकर जांच को गति देती है। साथ ही उनके नेतृत्व में थानों की पुलिस जुआ, सट्टा, अवैध शराब, गांजा आदि की बिक्री पर रोक लगाने में सफल हो रही है। बेहतर पुलिसिंग के लिए 24 घंटे फील्ड पर रहकर कार्य करने अधिकारी के रुप में जानी जाती है।