रुद्री में तीन कुण्डीय गायत्री यज्ञ में दी गई पुर्णाहुति
पांच लोगों ने नशा छोड़ने का लिया संकल्प
गायत्री प्रज्ञा मण्डल रुद्री द्वारा चैत्र नवरात्र का तीन कुण्डीय गायत्री महायज्ञ द्वारा पूर्णाहुति किया गया। जिसमें तीन पुंसवन संस्कार एवं पांच लोगों द्वारा नशा छोड़ने का संकल्प लिया गया।रुद्री ईकाई प्रमुख श्रीमती अनुसूईया सिन्हा ने बताया कि गायत्री मंदिर प्रांगण रुद्री में आयोजित कार्यक्रम में तीन गर्भवती महिलाओं श्रीमती मेनका उईके, निर्मला जांगड़े, पूर्णिमा यादव का पुंसवन संस्कार किया गया। कुमारी गौतमी योगी का अन्नप्राशन संस्कार,कु.गुणवित नाथ योगी,कु.पूर्वी साहू का विद्या रंभ संस्कार, एवं कु.ईशा नेताम का गुरु दीक्षा संस्कार संपन्न कराया गया।इसी महत्वपूर्ण क्रम में धमतरी से पहुंचे वरिष्ठ परिजन डॉ रामचंद्र मेश्राम द्वारा उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति संकल्प कराया गया। जिसमें पांच लोगों द्वारा तत्काल नशा छोड़ने का संकल्प लिया। बरारी शाला के 10 बच्चों को गायत्री मंत्र लेखन पुस्तक का वितरण किया गया।यज्ञ संचालन श्रीमती बसंता निर्मलकर, पुरुषोत्तम निर्मलकर, सहयोगी सुरजा यदु, सुशीला चंद्र वंशी, ममता डहरिया, प्रदीप सोनवाने द्वारा किया गया। परिजनों के लिए भंडारा की व्यवस्था किया गया था। कार्यक्रम का संचालन ईकाई प्रमुख श्रीमती अनुसूईया सिन्हा द्वारा किया गया।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वरिष्ठ परिजन बी.आर.यदु.हरषद मेहता , सोहन निषाद , गोविंद मीनपाल,पी.आर.यदु.उमा राव, लक्ष्मण यादव , अन्नपूर्णा यादव, मकसूदन मेश्राम, नोहर लाल सिन्हा सहित बहुत बड़ी संख्या में परिजन उपस्थित थे। उक्त जानकारी दिलीप नाग ने दी है.