निगम का राजीव कॉम्पलेक्स हुआ जर्जर, भरभरा कर गिर रहा प्लास्टर, छड़े लटक रही बाहर
सीलन, सीपेज की समस्या से भी सालों से जूझ रहे व्यापारी
सालों की मांग के बाद भी जर्जर हो चुके कॉम्पलेक्स की ओर निगम नहीं दे रही ध्यान
धमतरी। धमतरी नगर निगम द्वारा शहर के भीतर कुछ व्यवसायिक काम्पलेक्सो का निर्माण दशको पूर्व कराया गया है। इन काम्पलेक्सो सैकड़ो व्यापारी व्यापार करते है। लेकिन काम्पलेक्स के जर्जर हो जाने से व्यापारियों पर हर पल खतरा मंडराते रहता है। नगर निगम द्वारा सालो पहले पुराना बस स्टैण्ड के पास राजीव कॉम्पलेक्स बनाया गया है। जिसकी हालत सालो पहले ही जर्जर हो चुकी है। काम्पल्केस के दीवारो, छतो से सीमेंट आए दिन भरभरा कर गिरता रहता है। काम्पलेक्स की छत जाने वाली सीढिय़ां से क्रांक्रिट का मल्बा इतना झड़ चुका है कि छड़े बाहर लटक रही है। जिससे हर पल किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। काम्पलेक्स में सीपेज, सीलन की भी समस्या सालो से बनी हुई है। बारिश के मौसम में व्यापारी इससे परेशान रहते है। व्यापारियों द्वारा अपने दुकान के भीतर समय-समय पर स्वयं के खर्चे से मरम्मत की जाती है। लेकिन काम्पलेक्स ऐसे क्षेत्र जैसे सीढ़ी, छत है इनकी मरम्मत निगम द्वारा भी नहीं कराई जाती है जिसके चलते स्थिति साल दर साल बिगड़ती जा रही है। इसलिए व्यापारियों द्वारा लगातार निगम प्रशासन से काम्पलेक्स की मरम्मत की मांग की जा रही है। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। निगम की यह अनदेखी किसी हादसे का कारण बन सकती है। इसके अतिरिक्त धमतरी नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई भवन जर्जर हो चुके भवनों के गिरने का खतरा बढ़ गया है.
आगामी बारिश के मौसम तो देखते हुए यह खतरा और बढ़ सकता है। विडम्बना है कि पूर्व में कुछ पुराने भवनों का जायजा लेते हुए निगम की ओर से जर्जर घोषित करने और नोटिस जारी किया जा चुका है। बावजूद नगर निगम की ओर से ऐसे भवनों पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। लोगों की खुशकिस्मती से अभी तक किसी तरह का कोई हादसा नहीं हुआ है, लेकिन ऐसा जान पड़ता है कि शायद निगम के गैरजिम्मेदार अधिकारी निगम क्षेत्र में किसी हादसे के बाद ही हरकत में आएंगे। शहर के नागरिकों ने इन जर्जर हो चुके भवनो के बारे में आशंका जताते हुए कहा कि बारिश का मौसम इस भवनों के लिए खतरा की घंटी है। जिससे व्यापारियों के साथ ही दुकान में आने वाले ग्राहकों पर भी खतरा मंडरा रहा है।