तापमान में बार-बार बदलाव का सेहत पर पड़ पहा विपरीत प्रभाव
सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार से पीडि़त हो रहे लोग
जिला सहित निजी अस्पतालो में बढ़ी ओपीडी मरीजों की संख्या
धमतरी। एक तरफ भीषण गर्मी पड़ रही है। तो दूसरी रोज रोजाना तेज हवायें चलती है। कई बार बारिश होती है। इससे तापमान में कुछ समय के लिए काफी अंतर आ जाता है। और यही अंतर हमारा शरीर झेल नहीं पा रहा है। नतीजन कई लोगों की सेहत बिगडऩे लगी है।
बता दे कि मई माह की शुरुवात के साथ ही रोजाना मौसम करवट ले रही है। सुबह से शाम तक तेज धूप और लू के हालात रहते है। लेकिन शाम होते-होते मौसम में अचानक बदलाव आता है। तेज आंधी, तूफान के साथ हवायें चलने लगती है। बारिश भी होती है दिन भर पारा 40 से 42-43 डिग्री पर रहने के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश के कारण तापमान में अचानक गिरावट आती है। जिसके कारण सेहत पर विपरीत प्रभाव पडऩे लगा है। रोजाना कई मरीज वारयल फीवर सर्दी, खांसी, जुकाम, गले में दर्द, कफ की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंच रहे है। जिला अस्पताल के 400-500 मरीजों की ओपीडी में रोजाना कई मरीज मौसम व तापमान में परिवर्तन पीडि़त पहुंच रहे है। इसके अतिरिक्त निजी अस्पतालों, क्लीनिकों में भी तापमान मेंं ज्यादा अंतर से सेहत बिगडऩे वाले मरीज पहुंच रहे है।
सावधानी ही बचाव है
इस भीषण गर्मी में सावधानी से सेहत पर पडऩे वाले विपरीत प्रभाव से बचा जा सकता है। डाक्टरों के अनुसार तापमान में अचानक ज्यादा परिवर्तन या अंतर हमारा शरीर बर्दाश्त नहीं कर पाता है। इससे अक्सर सेहत बिगड़ जाती है। इसलिए कूलर या एसी की हवा लेने के बाद एकदम से बाहर न निकले। खासकर धूप में तुरंत न जाये तेज धूप से आने के बाद ठंडे वातावरण में न जाये। धूप से आने के बाद तत्काल ठंडा पानी न पीये। ज्यादा ठंडा पदार्थो के सेवन से भी परहेज करना चाहिए। इस भीषण गर्मी में सेहत बिगड़ सकती है। शरीर में पानी की कमी हो सकती है। जिससे चक्कर आ सकते है। कमजोरी महसूस हो सकता है। इसलिए दिन भर थोड़ा थोड़ा पानी पीते रहे। फलो, ताजा सब्जियों व शुद्ध भोजन का सेवन करें।