कई व्यापारियों का निगम में जमा है पैसा, फिर भी वाटर हार्वेस्टिंग कराने थमाया जा रहा है नोटिस
धमतरी चेम्बर आफ कामर्स अध्यक्ष कैलाश कुकरेजा ने की व्यापारियों से अपील, जमा राशि की दे रसीद, की जाएगी कलेक्टर व मंत्रालय में शिकायत
धमतरी। इस साल भीषण गर्मी पड़ी जल संकट से भी लोगो को जूझना पड़ा। ग्राउंड वाटर लेवल भी औसतन 21 मीटर तक नीचे चला गया। जिससे कई बोर, हैंडपंप भी सूख गए। ऐेसे में ग्राउंड वाटर लेवल में सुधार हेतु प्रशासन द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। जिसमें व्यापारियों का भी सहयोग मिल रहा है। लेकिन निगम के कुछ मनमाने तरीके से व्यापारियों में रोष पनप रहा है।
बताया जा रहा है कि नगर निगम धमतरी द्वारा भवन, दुकान व्यवसायिक परिसर आदि के निर्माण के पूर्व एनओसी देने के दौरान ही वाटर हार्वेस्टिंग हेतु निगम में एक निर्धारित राशि जमा कराई जाती है। यदि निर्माणकर्ता स्वयं से वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण कर ले तो निगम से जमा रकम वापस मिल जाता है और यदि वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाया जाये तो जमा राशि से ही निगम इसका निर्माण कराती है। लेकिन जानकारी मिल रही है कि निगम द्वारा कुछ व्यापारियों को निगम में वाटर हार्वेस्टिंग हेतु राशि जमा होने के बाद भी नोटिस देकर वाटर हार्वेस्टिंग बनाने कहा जा रहा है। इस संबंध में धमतरी चेम्बर आफ कामर्स अध्यक्ष कैलाश कुकरेजा ने की व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि जब व्यापारियों की राशि निगम में जमा है तो वाटर हार्वेस्टिंग निगम द्वारा बनाया जाना चाहिए न की व्यापारियों को स्वयं से इसे बनाने जोर दिया जाये। व्यापारी पूर्व में निगम में जमा राशि की रसीद दे। ताकि इसकी शिकायत कलेक्टर व मंत्रालय में की जा सकें। श्री कुकरेजा ने कहा कि धमतरी के व्यापारी सभी जनहित के कार्यो में प्रशासन का सहयोग करते है। इस कार्य में भी व्यापारी सहयोग करेंगे। लेकिन नियमानुसार पैसा जमा है तो निगम को भी वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की पहल करनी चाहिए।
”निगम अधिकारियों से इसकी जानकारी लेकर इस संबंध में ऐसा प्रयास किया जायेगा कि शहरवासियों व व्यापारियों को परेशानी न हो। वाटर हार्वेस्टिंग जनहित व पर्यावरण संरक्षण से संबधित कार्य है। इसमें सबके सहयोग से कार्य करेंगे। ÓÓ
विजय देवांगन
महापौर नगर निगम धमतरी