एलम में हुए भ्रष्टाचार की गवाह बनी पीएची विभाग की रिपोर्ट
30 मई को जारी हो चुकी है जांच रिपोर्ट,सभापति को अब तक मालूम नहीं,अंधेरी नगरी चौपट राजा-नरेंद्र रोहरा
धमतरी। कांग्रेस शासित धमतरी निगम भ्रष्टाचार में लिप्त की खबर अब आम होने लगी है,नेता प्रतिपक्ष के दमदार नेतृत्व ने निगम में हो रहे भ्रष्टाचार जनता के बीच लाकर एक सफल नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाया है। गौरतलब है की कुछ दिन पूर्व जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है जिसे भ्रष्टाचार की लंबी सूची में अब एलम सप्लाई में हुए भ्रष्टाचार शामिल हो चुका है। नेता प्रतिपक्ष ने निगम में एलम सप्लाई होते ही खराब क्वालिटी के होने की संभावना जताते हुए जांच की मांग की थी जिसपर तत्काल आयुक्त ने सैंपल धमतरी पीएची विभाग भेजा। लेकिन जांच रिपोर्ट आने पूर्व ही ठेकेदार को वापस कर दिया गया था,जिसे सत्ता धारी जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों की मिली भगत कर कमीशन खोरी भ्रष्टाचार की संभावना जताई जा रही थी लेकिन पीएची विभाग के रिपोर्ट में एलम को गुणवत्ता हीन बताया गया है जिसे भ्रष्टाचार अब सिद्ध हो रहा। नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने कहा कि जांच रिपोर्ट के पूर्व एलम को वापस नहीं करना था क्योंकि धमतरी की जनता के सेहत के साथ खिलवाड़ होने से बचा लिया गया,लेकिन वापस किया गया एलम छत्तीसगढ़ में कही न कही सप्लाई किया जायेगा,इसे यही नष्ट किया जाना सही होता। आगे कहा कि सप्लाई होने के पूर्व ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता की जांच कराई जाती है जिसकी राशि बिल में जोड़ कर दिया गया लेकिन गुणवत्ता की रिपोर्ट फाइल से गायब है।
बैठक के पूर्व जांच रिपोर्ट हो चुकी है प्राप्त
जल सभापति ने कहा कि एलम की जांच रिपोर्ट आने पर हम कार्रवाई करेंगे जबकि उनके पास पहले से एलम की रिपोर्ट निगम में है जबकि उनके द्वारा समाचार पत्रों में कहना कि एलम रिपोर्ट आएगी तो कार्रवाई करेंगे कोरा झूठ है साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट आ गई जो गुणवत्ता हीन पाई गई,जिन अधिकारियों के आदेश से एलम वापस गया उनपर ठोस कार्यवाही हो। पार्षद श्यामा साहू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया है और उन्होंने इसे जनता के सामने लाकर सकारात्मक परिणाम प्राप्त किया है। वे यहां तक कह रहे हैं कि जांच रिपोर्ट में गुणवत्ता की कमी की बात सामने आई है, जिसके आधार पर संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है, साथ ही धनीराम सोनकर, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद्र, श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे विजय मोटवानी अज्जू देशलहरे, मिथिलेश सिन्हा ,ईश्वर सोनकर, प्राची सोनी, सरिता आसाई श्यामा साहू ,सुशीला तिवारी ,रश्मि दिवेदी ,नीलू डागा,रितेश नेताम गुणवत्ता हीन रिपोर्ट आने पर सभापति से कार्यवाही करने की मांग की है।