लचर कानून व्यवस्था को लेकर गृहमंत्री निवास घेरने पहुंची एनएसयूआई
लचर कानून व्यवस्था को लेकर गृहमंत्री निवास घेरने पहुंची एनएसयूआई
प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था के चलते लगातार बढ़ते अपराधिक मामलों और बलौदाबजार हिंसा व फर्जी नक्सली मुठभेड़ जैसे मुद्दों को लेकर युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा व एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे के नेतृत्व में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई ने सयुक्त रूप से गृहमंत्री निवास का घेराव किया और गृहमंत्री विजय शर्मा से इस्तीफे की मांग की.इस घेराव कार्यक्रम में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन के नेतृत्व में जिले से दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता रायपुर पहुंचे और गृहमंत्री निवास का घेराव किया.युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा कि विष्णुदेव साय सरकार के अभी महज कुछ ही महीने पूरे हुए और अभी से ही प्रदेश में अपराधिक गतिविधियां बढ़नी शुरू हो गई है, महिला उत्पीडन जैसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं, चोरी – लूट और हत्याएं जैसे अपराध आम हो गए हैं जिसका सबसे मुख्य कारण लचर कानून व्यवस्था और कानून व्यवस्था में खामियां हैं, जिसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा को तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने कहा कि भाजपा शासन में कानून व्यवस्था की हालत खस्ता है, इसने वर्षों में आज पहली बार प्रदेश हिंसा की आग में झुलस रहा है जिसका कारण केवल गृहमंत्री की निष्क्रियता है, बलौदाबाजार में हुई हिंसा इसी निष्क्रियता का परिणाम है , सतनामी समाज के धार्मिक स्थलों को खंडित कर लगातार उनकी आस्था पर चोट पहुंचाया जा रहा था जिसे देखते और सुनते हुए भी ये भाजपा सरकार चुप्पी साधे बैठी रही , ऐसी असंवेदनशील सरकार को नींद से जगाना ही पड़ेगा।।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने बताया कि जब से प्रदेश में बीजेपी की सत्ता आई है कानून व्यवस्था गर्त में चली गई है, आए दिन कई अपराधिक मामले सामने आते हैं, सत्ता में आते ही भाजपा ने छत्तीसगढ़ जैसे शांत और शालीन राज्य की तासीर बदल कर हिंसक और अपराधिक बना दी है, बलौदाबाजार हिंसा की घटना इसका ताजा उदाहरण है कि कैसे ये संघी मानसिकता के लोग सत्ता के दम पर प्रदेश को हिंसा के आग में झोंकने का प्रयास कर रहे हैं।श्री देवांगन ने आगे कहा कि अभी कुछ दिनों पहले पीडिया के जंगल में भी निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर मौत के घाट उतार दिया है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ आदिवासी समाज के लोगों काफी आक्रोश है, एक आदिवासी मुख्यमंत्री के होते हुए छत्तीसगढ़ के आदिवासी सुरक्षित नहीं है और उन्हें फर्जी एनकाउंटर कर सरकार उनको शिकार बना रही है.
आज संपूर्ण छत्तीसगढ़ के साथ-साथ शहर के कानून और व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है. यदि गृहमंत्री राज्य में कानून और व्यसस्था बनाने में सक्षम नहीं है तो वे अपने पद से इस्तीफा दे.प्रदेश में दुरुस्त कानून व्यवस्था और और साय सरकार के निष्क्रिय गृहमंत्री विजय शर्मा के इस्तीफे की मांग को लेकर हमने उनके निवास का घेराव किया था.इस घेराव में राजा देवांगन के साथ पारसमणि साहू, ओमप्रकाश मानिकपुरी, नोमेश सिन्हा, तेजप्रताश साहू, सुदीप सिन्हा, नमन बंजारे, अरविन्द यादव, चितेंद्र साहू, प्रभात साहू, पुष्पेंद्र साहू समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.