नवकार महिला मंडल की नई पहल शुद्ध शाकाहार जीवन जीने की दी प्रेरणा
नवकार महिला मंडल की अध्यक्ष संतोष मिन्नी ने दी शाकाहार जीवन जीने की प्रेरणा
धमतरी. महावीर स्वामी ने मानवीय मूल्यों और जीवन की रक्षा हेतु लोगों को जिओ और जीने दो नारे से प्रेरित किया था। मानवीय जीवन को श्रेष्ठ बनाने, स्वयं जीने व दूसरों को जीने देने की प्राचीन काल से आ रही यह सीख चिटौद प्राथमिक विद्यालय के बच्चों और शिक्षक परिवार के संग नवकार महिला मंडल धमतरी ने साझा की मनुष्य जीवन सम्पूर्ण धरती पर सर्वोपरि है | बचपन ही इस पूरे मानव जीवन का आधार है | परिवार और विद्यालय इस बालमनोभाव को संवेदनशील, सुसंस्कारी, विवेकशील, सुयोग्य, सेवाभावी मानव निर्मित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदार् इकाई हैं | उक्त विचारों के संग विद्यालय के शिक्षक ईश्वरी कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि आज शनिवार को नवकार महिला मंडल धमतरी ने शासकीय प्राथमिक विद्यालय चिटौद के कक्षा पांचवीं के 38, चौथी के 35, तीसरी के 33, दूसरी के 42 तथा पहली के 36 (नवप्रवेशी) बच्चों सहित कुल 184 विद्यार्थियों को टाई, बेल्ट और बिस्कुट, चॉकलेट देकर बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया | महिला मंडल की सदस्यों ने अपने हाथों से विद्यालय की 4 बालिकाओं तथा 1 बालक को टाई-बेल्ट पहनाई |नवकार महिला मंडल की अध्यक्षा संतोष मिन्नी ने महावीर स्वामी की शिक्षा को याद करते हुए कहा कि स्वयं जीना है और अन्य जीवों को स्वतंत्र रूप से जीने देना है। किसी से कोई ईर्ष्या द्वेष न रखकर आत्म केंद्रित होना है। अच्छे कर्मों से ईश्वर खुश होते हैं। इस शरीर का प्रयोग निर्बल जीवों की रक्षा करने हेतु किया जाना चाहिए। सभी मनुष्यों व जीवों को जीने का समानाधिकार है | हम विगत चार वर्ष पूर्व से ही इस विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों के साथ जुड़े हुए हैं | यहाँ के शिक्षकों की मेहनत से हम बहुत प्रभावित हैं | इसके पहले हमने यहाँ शीतकाल अवधि में समस्त बच्चों को स्वेटर, कपड़े व मिठाई भेंट किये थे | आगे भी हम अपना निरन्तर सहयोग चिटौद के इन नन्हे-मुन्हे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए देते रहेंगे |
शाक़ाहार जीवन जीने पर 1 माह की प्रतियोगिता
धमतरी शहर की नवकार महिला मंडल की नारी शक्तियों में बिंदु ओस्तवाल, कंचन चोपड़ा, कुसुम गोलछा आदि ने बच्चों से जियो और जीने जीने दो कि नारे लगवाए जिससे प्रेरित होकर 10 बच्चे पूर्णता शाकाहारी बने और 170 बच्चों ने एवं शिक्षिकाओं ने भी शाकाहारी बनने का लक्ष्य रखा है राष्ट्रीय राजमार्ग 30 स्थितअपने सीमावर्ती जिले बालोद के प्रथम गाँव चिटौद के शासकीय प्राथमिक विद्यालय के समस्त बालक-बालिकाओं निःशुल्क टाई-बेल्ट व बिस्कुट वितरण करते हुए शाकाहार जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित किया | उन्होंने आगामी एक माह के लिए विद्यार्थियों को शाक़ाहार अपनाने की प्रतियोगिता का आह्वान किया | इसमें विजेता विद्यार्थी को अगले माह स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करने की बात कही गई | इसके अलावा पढ़ाई लिखाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को भी पुरस्कार देने की घोषणा की |
विद्यालय परिवार ने किया नवकार महिला मंडल का आभार
विद्यालय परिवार से प्रधानपाठक मोहिनी चंद्राकर ने इतने बड़े दर्ज 184 विद्यार्थियों के लिए टाई- बेल्ट और बिस्कुट प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया | इस दौरान शिक्षकगण शुची साहू, लिकेश्वरी मारकंडेय, कविता सिन्हा तथा डॉ.भारती साहू, सीएचओ , उप-स्वास्थ्य केंद्र चन्दनबिरही भी उपस्थित रही | हमारे अच्छे कर्मों की सुगंध अपने आसपास के वातावरण को भी सुगन्धित् करती है |जिओ और जीने दो, तथा शुद्ध आहार शाक़ाहार की शपथ के साथ आज सत्र 2023-24 की पहली शनिवारीय बालसभा में सामुदायिक सहभागिता के फलस्वरूप दानोत्सव के रूप में आयोजन का समापन हुआ |इस कार्यक्रम में मंडल की अध्यक्ष संतोष मिन्नी ,सचिव कुसुम गोलछा ,बिंदु ओस्तवाल, कंचन चोपड़ा एवं स्कूल के शिक्षक ईश्वरी सिन्हा एवं सभी शिक्षिकाएं उपस्थित थे ग