शा.माध्य.शाला जालमपुर में प्रवेश उत्सव संपन्न
न्योता भोज के साथ, रात्रि शाला में 5 दिए जलाए गए,निःशुल्क पाठ्य पुस्तक गणवेश का हुआ वितरण
शासकीय माध्यमिक शाला जालमपुर में राज्य शासन और जिला शिक्षा अधिकारी टी आर जगदल्ले, विकासखंड शिक्षा अधिकारी अमित तिवारी, बी आर सी ललित सिन्हा आदेशानुसार शाला प्रबंध समिति और विकास समिति की सहमति से शाला आरंभ होने के पूर्व बैठक लेकर संस्था प्रमुख दीपक शर्मा द्वारा लिया गया तथा शाला प्रवेश उत्सव, की तिथि 26 जून बुधवार तय किया गया था । प्रवेश उत्सव में नव प्रवेशी छठवीं के,11 विद्यार्थियों के साथ सभी कक्षा सातवीं और आठवीं के विद्यार्थियों को गुलाल का तिलक लगाकर, मुकुट पहनाकर विद्यार्थियों के मिष्ठान खिलाने के बाद मेधावी छात्रों का सम्मान किया गया और मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के संदेश का वाचन किया गया.इस अवसर पर शाला विकास समिति के अध्यक्ष एवं वार्ड पार्षद जालमपुर तथा नगर निगम शिक्षा समिति के सभापति श्रीमती ज्योति वाल्मीकि तथा उपाध्यक्ष संजय डागौर ,वार्ड पार्षद महंत घासीदास वार्ड , संस्था प्रमुख दीपक शर्मा , पालक समिति के अध्यक्ष मान बाईऔर प्रमुख पालकगणो में , श्रीमती आशा सिंदूर बबली , सरस्वती कुमार,,उदय , राजेश बंजारे शिक्षक शिक्षिकाओं , में सुश्री शैलेंद्री तुरे, श्री महेश मिश्रा, श्रीमती खिलेश्वरी कांमडे , तन्मय गोस्वामी , विजय ,उपस्थिति रहे। रसोईया सहायिका,कु प्रीति,,l गणमान्य सेवानिवृत शिक्षक सभी उपस्थित होकर प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को सफल बनाया।
शाला विकास समिति के अध्यक्ष उपाध्यक्ष और संस्था प्रमुख दीपक शर्मा द्वारा शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर, राज्य शासन से प्राप्त विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणेश वितरण किया गया। पुस्तक और गणवेश वितरण पश्चात सभी विद्यार्थियों को और अतिथियों को न्योता भोज कराया गया जिसका आयोजन खिलेश्वरी कामडे द्वारा था ।संस्था प्रधान दीपक शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी आज से अपना शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करे नियमित उपस्थिति से ही, विद्यार्थियों के ज्ञान के स्तर में वृद्धि होती है.सभी पाठ्यक्रम स्मरण में रहते हैं.अब ग्रीष्म की छुटटी समाप्त हो चुकी है अनुशासन और समय प्रबंधन के साथ अपना नियमित दिनचर्या में सुधार करे.विकास समिति के अध्यक्ष वार्ड पार्षद संजय डागौर ने उपस्थित सभी पालकों से अपने पाल्य को शाला में नियमित.प्रतिदिन उपस्थिति हेतु अपील किया। शाला प्रवेशउत्सव के रात्रि में शाला के मुख्य द्वार पर शिक्षक विद्यार्थियोंऔर सहायिका द्वारा पांच दिए जलाकर शाला प्रवेश उत्सव का स्वागत किया गया।