गोवा के समुद्र में फंसे लोगों की जान बचाने कूदे रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा
एक की बची जान, दो लोग मौत के मुंह में समा गए
एसपी आफिस में समाजजनों ने दीपक शर्मा का किया सम्मान
धमतरी। मुंबई में रहने वाले गुजरात का गुजराती परिवार जो की एक लंबे समय से 50 लोगों के अमुलक ग्रुप 1977 बेच का स्कूली समय के रूप में प्रतिवर्ष कहीं ना कहीं घूमने के लिए जाते हैं इस वर्ष भी गोवा के कंडोलम बीच समुद्र तट पर इस दरमियान नहाने के लिए पहुंचे तो अचानक आए खतरनाक तूफान के चपेट में आ गया जिससे तीन लोगों को वह समुद्र की गहराईयां की ओर खींच ले गया तट में खड़े धमतरी के रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा जो की गोद में अपने 10 माह के बच्चे को लिए हुए थे उन्होंने बचाव बचाव की आवाज सुनते ही बिना कोई देर किए अपने बच्चों को अपनी पत्नी की ओर गोद में देकर समुद्र में कूद गए और स्वयं भी लहर की चपेट में आ गए थे लेकिन साहस ने मौत को मात देते हुए कल्पना बहन को तो बचा लिया लेकिन दो लोग पंकज दोषी एवं हर्षिता दोषी गहरे समुद्र में डूब के अपनी जान गवा दिया.
जिस पर गुजराती समाज के उक्त ग्रुप के साथ-साथ उनके इष्ट मित्र परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई लेकिन इन सब के बीच जो बात सामने आई वह मुख्य यहां रहा की जांबाज इंस्पेक्टर दीपक शर्मा के आंखों के आंसू जो स्पष्ट रूप से यह बयान कर रहे थे कि उन्हें जिन दो लोगों की जान गई उसे न बढ़ाने का काफी मलाल रहा लेकिन गुजराती समाज के उक्त ग्रुप के सारे सदस्यों ने अपने जान पर खेल कर खतरे को वर्णन करने वाले दीपक शर्मा के साहस को सलाम करते हुए उनका सम्मान करने आज सुबह समाजजन एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी आंजनेय वाष्र्णेय की मौजूदगी में दीपक शर्मा का सम्मान किया।
गौरतलब कि उक्त घटना में शामिल लोगों के परिजन के रूप में शहर के प्रतिष्ठित गांधी परिवार शामिल हैं जिन्हे कालिंद्री बेन टेक्सास अमेरिका से सूचना दिए जाने पर गांधी परिवार सहित शहर के गुजराती समाज में शोक की लहर दौड़ गई लेकिन यह उन्हें गर्व भी रहा की वहां के उपस्थित अन्य लोगों को इस जोखिम भरे लहर से बचाने में शहर में पदस्थ रक्षित निरीक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण रही।