सिकासेर हाथी दल के 3 माह के शावक की दलदल में फंसकर हुई मौत
सांकरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत चंदनबाहरा मुख्य मार्ग से करीब 3 किमी अंदर पैरी नदी के पास जंगल के बीच हुआ हादसा
धमतरी। जिले में दलदल में फंसकर एक और हाथी के शावक की मौत हो गई। ज्ञात हो कि 26 जुलाई को सिकासेर दल नगरी क्षेत्र में दो दलों में बंटकर विचरण कर रहा था इस दौरान यह हादसा सांकरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत चंदनबाहरा मुख्य मार्ग से करीब 3 किमी अंदर पैरी नदी के पास जंगल के बीच हुआ। दरअसल नगरी क्षेत्र में अनवरत बारिश के कारण जंगल में दलदल हो गया है। यहां विचरण के दौरान एक दो से तीन माह के हाथी के शावक का आगे का दोनों पैर दलदल में फंस गया, जिससे उसकी मौत हो गई। दूसरे दिन वन विभाग के कर्मचारी जब गस्त के लिए पहुंचे तो उन्होंने हाथी के शावक को मृत अवस्था में देखा। उच्च अधिकारियों को सूचना देने के बाद शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया। अधिकारियों की उपस्थिति में जंगल में ही अंतिम संस्कार किया गया। डीएफओ श्रीकृष्ण जाधव ने बताया कि मृत शावक के आगे का दोनों पैर दलदल में धंसा हुआ था व पीछे का हिस्सा उठा हुआ मिला जिससे आशंका है कि दलदल में फंसने के बाद जब हाथी के शावक ने जोर लगाया तो वह सामने की ओर धंस गया जिससे लंग्स में दबाव बनने के कारण सांस नहीं ले पाया और उसकी मौत हो गई, मामले की जांच की जा रही है।
चार साल पहले हुई थी एक और शावक की मौत
जिले में दलदल में फंसकर हाथी के शावक की मौत की यह दूसरी घटना है। 15 जुन 2020 में भी हाथी का बच्चा दलदल में फंस गया था जिसे ग्रामीणों व वन विभाग की टीम द्वारा निकालने का फरसक प्रयास किया गया लेकिन अधिक गहराई में फंसने के कारण 16 जून 2020 को उनकी मौत गई थी। वर्तमान में सिकासेर दल के हाथ दो दलो मे बट गये है वहीं एक टस्कर हाथी भी जिले में विचरण कर रहे है। वन विभाग द्वारा ताराझर, कुर्वापानी, डडईपानी, भालूदिग्गी, ओढ़, नया ताराझर, देवडोंगर, चारडिही, जिडार, बुढ़ार, चलकीपारा, सिन्हार, छिंदौला, खोलापारा, लुठापारा, धोबीपारा आदि गांव में हाथियों के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।