भूपेश सरकार को वादा पूरा करने लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं संविदा कर्मी-: पं. राजेश शर्मा
जनहित के कार्यों को संपादित करने राज्यसरकार आंदोलनरत कर्मचारियों को मुख्यधारा में वापस लौटये-:राजेंद्र शर्मा

सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के आंदोलन को भाजपाइयों का मिला समर्थन
धमतरी. सर्व विभागीय संविदा कर्मियों के राज्यव्यापी आह्वान पर जिला स्तर में आंदोलन गांधी मैदान में कल से धरना प्रदर्शन के साथ प्रारंभ हुआ जिसमें पिछले विधानसभा चुनाव 2018 के समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जन घोषणा पत्र के माध्यम से किए गए वादे जिसमें प्रमुख रुप से नियमितीकरण की मांगों को पूरा किए जाने हेतु उक्त आंदोलन प्रारंभ किया है जिसमें अन्य मांगे 62 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्ति, पदोन्नति में वरिष्ठता को मापदंड बनाने ,वेतन ग्रेच्युटी, सामाजिक सुरक्षा ,अनुकंपा नियुक्ति ,पेंशन जैसे जायज एवं महत्वपूर्ण मांग शामिल है कर्मचारियों के इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए प्रमुख भाजपा नेता पंडित राजेश शर्मा एवं नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा भी पहुंचे उपस्थित सभी संविदा कर्मचारीगणों को संबोधित करते हुए पंडित राजेश शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी मांगों को पूरा करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने का प्रत्येक व्यक्ति को अधिकार है यदि शीर्षस्थ जनप्रतिनिधि चुनाव के समय किसी बात को लेकर वोट मांगते हैं तो उन्हें वादे से मुकरना नहीं चाहिए बल्कि उसे पूरा करना चाहिए और यही उनका नैतिक धर्म है और इसे ही पालन करने के लिए लोकतांत्रिक रास्ते को अख्तियार करने बाध्य हो रहे हैं संविदा कर्मचारी वही राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रशासन यदि सुचारू रूप से व्यवस्थित ढंग से चलता है तो उसमें कर्मचारी अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है इन्हें राहत लेकर जनहित के कार्यों को संपादित करना ही राजधर्म है जिसका पालन प्रदेश सरकार को अविलंब करना चाहिए। गौरतलब है कि संविदा कर्मियों के हड़ताल के कारण स्वास्थ्य विभाग ,जनपद पंचायत, कृषि विभाग, महिला बाल विकास ,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्यालयों के कार्यों को संपन्न करने में काफी कठिनाई शुरु दिन से ही महसूस किया जाने लगा है।

यह धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से शामिल जनों में महासंघ के जिला संयोजक डॉक्टर ओम प्रकाश मत्सपाल, जिलाध्यक्ष रोहित पांडे, पूर्व जिला अध्यक्ष उत्तम साहू, महिला प्रमुख चंदा पवार, डॉक्टर केबी साहू, मोहित बंगानी, रवि वर्मा, रूपम चंद्राकर, दुर्गा प्रसाद कौशिक, प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
