बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सर्व हिन्दू समाज ने निकाली जनआक्रोश रैली
चार सूत्रीय मांगो को लेकर अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन
धमतरी। सर्व हिन्दू समाज द्वारा बांग्लादेश के मामले को लेकर गांधी मैदान से जनआक्रोश रैली निकाली गई। इसमें सभी वर्ग ने बढ़चढ़ कर भाग लेकर एकजुटता का परिचय दिया। रैली में शामिल महिला-पुरुष, युवा वर्ग हाथो में तिरंगा एवं भगवा ध्वजा लहराते भारत माता की जयकारे लगाते नजर आये। साथ ही कुछ लोग भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने सहित अन्य स्लोगन लिखे तख्ती लेकर रैली में शामिल हुए। रैली में शामिल हर हिन्दुओं में बांग्लादेश मामले को लेकर जमकर नाराजगी देखने को मिली। और वे अपने-अपने अंदाज में मामले का पुरजोर विरोध करते नजर आये। रैली गांधी मैदान से शुरु हुई। जो कचहरी चौक, मठमंदिर चौक, गोलबाजार होते हुए घड़ी चौक में सभा के रुप में संपन्न हुई। सर्व हिन्दू समाज के दीपक लखोटिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दूओं पर जो अत्याचार हो रहा है। उसकी जितनी भी निंदा की जाय वह कम है। ऐसे में भारत सरकार को चाहिए कि वहां के हिन्दूओं की रक्षा के लिए सेना को उतारे। विश्वहिन्दू परिषद के चंद्रशेखर वर्मा ने कहा कि बंग्लादेश घटना को देख आज हिन्दूओं को जागरुक एवं एकजुट होने की जरुरत है। ताकि हम ऐसे आराजक तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दे सके। सुबोध राठी ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं का सरेराह कत्लेआम किया जा रहा है।
मंदिरो को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसका वे पुरजोर विरोध करते है। हिन्दूओं का जागने का समय आ गया है। इसके लिए हम सभी हिन्दूओं को एकजुट होना है। पश्चात भारत देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने सहित चार सूत्रीय मांगो को लेकर प्रधानमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही बंग्लादेश में अत्याचार के शिकार दिवंगतो को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अशोक पवार, अजय जैन, निर्मल बरडिय़ा, लक्षमण राव मगर,दीपक लोंढे, हरमिंदर छाबड़ा, कुंजलाल देवांगन, विनोद राणसिंह, पवन अग्रवाल, लक्ष्मण साहू, कुमार रणसिंह, महेश रोहरा, ज्ञानिक रामटेके, लीलाराम साहू, यशवंत साहू, तेजराम साहू, विजय मोटवानी, विक्रांत शर्मा, किरण, अर्चना चौबे, हेमलता शर्मा, खिलेश्वरी, पार्वती वाधवानी, चंद्रकला पटेल, दयाराम अग्रवाल, भूपेन्द्र मिश्र, राजेन्द्र माहेश्वरी, बिसेसर पटेल, मोनिका देवांगन, सरिता यादव, अनिता सोनकर, बिथिका विश्वास, दिलीप पटेल, यशकरण गजेन्द्र, पवन गजपाल, लक्खू भाई भानूशाली, विजू गोलछा, पवन अग्रवाल, वरुण राय, टोपेश्वर देवांगन, विजय ठाकुर, नीरज जगताप, प्रकाश सिन्हा, लक्ष्मीनारायण साहू, लक्खू भाई भानुशाली, नरेन्द्र जयसवाल, भजन काररा, राजेश गोलछा, नवीन साखला, महेन्द्र खण्डेलवाल, रोहित साहू, चंद्रशेखर शर्मा, नंदू जसवानी, पन्ना थवाईत, परमेश्वर फूटान, नर्मदा प्रसाद, दिनेश पटवा, धनेश्वर यादव, दिनेश नामदेव, कल्पना रणसिंह, संगीता जगताप, प्राची सोनी, संगीता जगताप, विजय सोनवानी, रमेश लहरे, संतोष सोनकर, सहित बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के लोग मौजूद थे।