गंगरेल बांध में हो रही है 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा की आवक, 6 गेट खोलकर छोड़ा जा रहा 24 हजार क्यूसेक पानी
कैंचमेंट एरिया में लगातार बारिश व सहायक बांधो से आने वाले पानी से गंगरेल का तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
धमतरी। लबालब हो चुके गंगरेल बांध से सिंचाई हेतु लगातार पानी छोडा रहा है जिसके चलते बांध में जल संग्रहण घटता जा रहा था। लेकिन केचमेंट एरिया में मुसलाधार बारिश के बाद गंगरेल बांध में पानी की आवक बढऩे लगी जिससे बांध का जल स्तर बढ़ रहा है।
आज मंगलवार की सुबह 12 बजे गंगरेल बांध में 1 लाख 18 हजार क्यूसेक पानी की प्रतिसेकंड आवक हो रही थी। जिसके चलते बांध में जल स्तर तेजी से बढऩे लगा। समाचार लिखे जाने तक बांध में जलसंग्रहण 30 टीएमसी से ज्यादा हो चुका था। बांध में पानी की आवक और भी बढ़ सकती है जिसे देखते हुए ऐतिहातन गंगरेल बांध के 6 गेट खोलकर 24 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। आवक के अनुसार बांध के और भी गेट खोलकर डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ाई जा सकती है।
बता दे कि गंगरेल बांध में जल भराव क्षमता 32.150 टीएमसी है। दोपहर 12 बजे की स्थिति में 30 टीएमसी से अधिक जल भराव हो चुका था, जिसमें उपयोगी पानी लगभग 25 टीएमसी है। बता दे कि सोमवार को बांध में जलस्तर 345.92 मीटर, ग्रास केपेसिटी 23.658 टीएमसी, लाईव केपेसिटी 18.587 टीएमसी रिकार्ड किया गया। बांध से कुल 7 हजार 3 सौ क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज प्रति सेकण्ड किया जा रहा है। इसी तरह दुधावा बांध में कुल जलभराव 97.52 फीसदी, जलस्तर 424.92 मीटर, ग्रास केपेसिटी 9.949 टीएमसी, लाईव केपेसिटी 9.783 टीएमसी तथा सोंढुर बांध में कुल जलभराव 74.76 फीसदी, जलस्तर 469.06 मीटर, ग्रास केपेसिटी 5.404 टीएमसी व लाईव केपेसिटी 4.751 टीएमसी दर्ज किया गया था। एक दिन में ही बांध में भारी आवक के चलते जल स्तर काफी बढ़ा है। बांध के लबालब होने व गेट खुलने के कारण बांध में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है।