पुलिस हिरासत में मौत सरकार की नाकामी है- अधिवक्ता शत्रुहन सिंह साहू
धमतरी। ओबीसी संयोजन समिति छत्तीसगढ के संस्थापक अधिवक्ता शत्रुहन सिंह साहू (राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ) ने गृहमंत्री विजय शर्मा के विधान सभा क्षेत्र के लोहारीडीह कवर्धा में प्रशांत साहू की पुलिस हिरासत में हुई मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि घटना की जो वीडियो और तस्वीर समाचार पत्र एवं सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रही है वह बहुत ही मार्मिक और दिल दहला देने वाली है इस तरह की घटना मानवता के लिए स्वीकार्य नहीं है यह बहुत ही निंदनीय एवम शर्मानक घटना है , पुलिस हिरासत में बर्बर पिटाई से हुई मौत छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार की लचर प्रशासनिक व्यवस्था पर एक प्रश्न चिन्ह लगाती है। पुलिस हिरासत में दुव्र्यवहार एवं बेरहमी से पिटाई का प्रदेश में यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई मामले सामने आती रही है किंतु मौजूदा सरकारों के द्वारा इस तरह की घटनाओं पर केवल राजनीति करने के अलावा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है यही कारण है कि इस तरह की घटनाओं का पुनरावृत्ति होते रहता है जो अत्यंत चिंताजनक और दु:खद है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को शक्ति से पेश आना चाहिए और ऐसे कठोर प्रावधान करनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं के पुनरावृत्ति ना हो े ओबीसी संयोजन समिति छत्तीसगढ़ मांग करती है कि प्रशांत साहू की मौत की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों को फांसी की सजा एवं पीडि़त परिवारों को उचित सुरक्षा दिया जाए।