गांव गांव तक पहुंचानी होगी सहकारिता : डॉ दीक्षित
धमतरी। सहकार से समृद्धि के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से जिला सहकारी संघ धमतरी द्वारा 11 कोऑपरेटिव बैंक के शाखा नारी से संबद्ध चार पैक्स समितियो के सदस्यों व कृषकों का प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मौरीकला के परिसर में सहकारी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ठाकुरराम साहू दर्रा, घनश्याम साहू मौरीकला, पूर्णेन्द्र साहू कुरूद, नरेश साहू पर्यवेक्षक कोऑपरेटिव बैंक नारी, मेघराज साहू, जनक निषाद, लोमन साहू, कोमलचंद साहू, मुख्य वक्ता डॉ. एएन दीक्षित पूर्व प्राचार्य शासकीय पीजी कॉलेज धमतरी, संघ प्रबंधक आनंद प्रकाश गुप्ता की उपस्थिति रही। डॉ. दीक्षित ने कहा कि आगामी 3 वर्षों में देश को विश्व में तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाना तथा दूसरा 2047 तक भारत को एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाना है। इसके लिए हमें हर संभव उपाय करने होंगे। अर्थव्यवस्था की सभी क्षेत्रों को सक्रिय तथा गतिशील करना होगा व अपव्यय एवं बर्बादी का निराकरण करना होगा। सहकार से समृद्धि इसी दिशा में महत्वाकांक्षी अभियान है। इसके अंतर्गत एक बड़ी महत्वपूर्ण योजना है। विकेंद्रीकृत अन्न भंडारण योजना जिसे विश्व की सबसे बड़ी विकेंद्रीकृत अन्न भंडारण योजना का नाम दिया गया है। हम विश्व के तीसरे नंबर के खाद्यान्न उत्पादक देश हैं, 2022-23 में हमारा खाद्यान्न उत्पादन 330 लाख मीट्रिक टन था, परंतु आश्चर्यजनक रूप से हमारे पास अनाज भंडारण क्षमता मात्र 145 लाख मीट्रिक टन थी जो कि कुल उत्पादन का लगभग 44 प्रतिशत है। आदर्श स्थिति यह होती है कि भंडारण क्षमता उत्पादन से अधिक होनी चाहिए। अपर्याप्त सुरक्षित भंडारण के कारण प्रतिवर्ष 1.5 लाख करोड़ का अनाज बर्बाद या नष्ट हो जाता है। फल और सब्जियों के संदर्भ में बर्बादी का यह अनुपात 32 हजार करोड रुपए का लगाया गया है।