ओबीसी वर्ग के हक को छीनने वाले के सवालों का जवाब देने की आवश्कता नही – कांग्रेस पार्षद
कांग्रेस पार्षद राजेश ठाकुर,केंद्र कुमार पेंदरिया,दीपक सोनकर, कमलेश सोनकर,राजेश पांडे, सूरज गहरवाल, सोमेश मेश्राम ने कहा कि निगम के पार्षद जो निर्वाचित होते हैं उन्हें नगर निगम में अपनी बात रखनी चाहिए नगर निगम के महापौर सभापति कमिश्नर प्रतिदिन नगर निगम में समस्या सुनने के लिए उपलब्ध रहते हैं । भाजपा के पार्षदों को भी ये सुविधा उपलब्ध है जिसे भाजपा के अधिकतर पार्षदों ने पिछले पांच वर्षो से अपने जन समस्याओं को रखते आए है और उनके समस्याओं को निराकरण किया गया है । सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष को चाहिए कि वो सत्ता पक्ष से सवाल करे और वे जवाब दे लेकिन बैठक में विपक्ष कैमरे के सामने अपनी राजनीति चमकाने,केवल हल्ला गुल्ला कर बैठक का उद्देश्य को खत्म कर देते है ।महापौर उनके सवालों का जवाब देने हमेशा तैयार रहे है किन्तु विपक्ष के पास कोई मुद्दा या विजन नही रहता हमारे महापौर हम सभी पार्षद प्रत्येक वर्ष हमारे द्वारा किए विकास कार्यों का ब्यौरा शहर के नागरिकों को देते रहे है और आगे भी देते रहेंगे। लेकिन एक पार्षद जो ओबीसी के हक को छीनकर फर्जी तरीके से पार्षद बना उनके सवालों का जवाब देना हम जरूरी नहीं समझते.विपक्ष के जिम्मेदार लोगो द्वारा शासन के आते ही पिछले सरकार के 5 करोड़ के शहर विकास के कार्यों को इनके द्वारा रोका जाता है जिसमे प्रमुख रूप से बठेना से हरफतराई तक रोड निर्माण कार्य,विभिन्न मुक्तिधाम के विकास कार्य, एवम विभिन्न वार्डो के विकास कार्य शामिल है अब ये 6 करोड़ के 123 कार्यों का पास हो जाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है पहले 12 करोड़ कार्यों के पास हो जाने का हल्ला किया था लिस्ट में अधिकांश कार्य भाजपा पार्षदों के वार्डो के कार्य है क्या इसी प्रकार का भेदभाव कार्य इनके द्वारा किया जायेगा?
हमारे द्वारा जो पिछले पांच वर्षो में विकास कार्य किए गए है वे सभी 40 वार्डो में लिए थे किसी प्रकार का भेद भाव नही किया गया है भाजपा के सरकार आते ही विकास कार्यों में भेद भाव किया जा रहा है यही इनका शहर विजन है क्या?