महिला एवं बाल विकास विभाग एवं चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 की संयुक्त टीम ने बाल विवाह रोकथाम हेतु स्कूल बच्चों को किया जागरूक
कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी जगरानी एक्का , जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी महेश मरकाम, जिला बाल संरक्षण अधिकारी आंनद पाठक के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग संस्थागत संरक्षण अधिकारी यशवंत बैंस ने गवर्नमेंट हाई स्कूल भोयना के बच्चों को बच्चों के अधिकार, बाल श्रम, लैंगिक अपराधों बालकों की संरक्षण अधिनियम 2012, किशोर न्याय अधिनियम बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम 2015, चाइल्ड हेल्प लाइन जिला समन्वयक नीलम साहू ने बताया कि बाल विवाह मुक्त भारत अभियान, बाल विवाह को खत्म करने के लिए चलाया जाने वाला एक सामाजिक अभियान है. इस अभियान का मकसद, साल 2030 तक देश से बाल विवाह को खत्म करना है. इस अभियान को महिला कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों का नेतृत्व मिलता है. इस अभियान के तहत, देश के 300 से ज़्यादा ज़िलों में काम किया जा रहा है.
इस अभियान के तहत, कई तरह के काम किए जाते हैं, जैसे कि:
बाल संरक्षण के लिए मौजूदा कानूनों और नीतियों को लागू करने पर ज़ोर दिया जाता है.
बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता पैदा की जाती है.
बाल विवाह को रोकने के लिए दीवार लेखन और होर्डिंग लगाए जाते हैं. जिला, ब्लॉक, पंचायत, और वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समितियां बनाई जाती हैं.माता-पिता को वचन दिलाया जाता है कि वे अपनी लड़की की शादी 18 साल और लड़के की शादी 21 साल की उम्र के बाद ही करेंगे.बाल विवाह को रोकने के लिए धावा दल, पुलिस, और चाइल्ड लाइन विभागों से सहयोग लिया जाता है. साथ ही साथ सभी बच्चों बाल विवाह रोकथाम संकल्प शपथ दिलाया गया। एवं गुड टच व बेड टच की जानकारी दिया.स्कूल के बच्चे को सहज तरीके से जागरूक करने के लिए निम्नानुसार चर्चा कर जानकारी दिया प्रिय बच्चों सुनो तीन जरुरी बात अपनी रक्षा अपनी हाथ जब भी कोई भी व्यक्ति आपको ग़लत तरीके से छुए मतलब ऐसा सुना आपको अजीब और घिनौना लगे तो समझ लो कि खतरा है ऐसे स्थिति में तीन काम करना है मना करो तुरन्त उस व्यक्ति जोर से ना कहो.मना करो और रोको .दूर जाओ उस जगह से दूर जाओ किसी सुरक्षित जगह पर जाओ जहां और भी लोग हो, जरूर बताओ जिस बड़े व्यक्ति पर भरोसा हो उसे यह बात जरूर बताओ, चाइल्ड हेल्प लाईन टीम मेंबर मनीषा निषाद ने बताया बाल तस्करी, कोई बच्चा को बाल मजदूरी कर रहा हो,कोई बच्चा को छोड़ व फेक दिया हो, भिक्षावृत्ति कर रहे हो,नशे में लिप्त हो,कोई बच्चा भीख मांग रहा हो, मोबाइल की लत से ग्रसित,कोई बच्चा को आश्रय की आवश्यकता हो जिसकी माता पिता नहीं हो ऐसे बच्चे की देखभाल एवं सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों के लिए 24 घंटे चलने वाले आपातकालीन फोन कॉल सेवा हैं एक नंबर जो लाइका मन की जिंदगी बदल दीही, लाईका मन के मदद बर चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 पर अवश्य सूचना दे। इस कार्यक्रम में उपस्थित श्रीमति नर्मदा साहू प्राचार्य , शिक्षक , एवं बच्चे मौजूद रहे।